DESK: पूर्व क्रिकेटर एवं कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू अपने बयानों के लिए जाने जाते है। लेकिन पिछले एक साल से नवजोत सिंह सिद्धू मौन धारण किए हुए थे। न कोई कहावत न कोई बयान न कोई कॉमेंट्री। ऐसे में नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट करते हुए किसानों के लिए पंजाबी भाषा में लिखकर अपना मुंह खोला है।
किसानों के मुद्दे पर पिछले एक साल से मौन नवजोत सिंह सिद्धू अब मैदान में उतर आए हैं। लोकसभा में पारित दो विवादास्पद कृषि विधेयकों के खिलाफ पंजाब के पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने भी आवाज उठाई है। नवजोत सिंह सिद्धू ने एक के बाद एक दो ट्वीट कर हमला बोला है।
पहले ट्वीट में नवजोत सिंह सिद्धू ने लिखा है कि सरकारें तमाम उम्र यही भूल करती रही, धूल उनके चेहरे पर थी, आईना साफ करती रही। वहीं दूसरा ट्वीट उन्होंने पंजाबी में किया है। इसमें उन्होंने लिखा, "किसान पंजाब की आत्मा है. शरीर के घाव ठीक हो जाते हैं, लेकिन आत्मा के नहीं। हमारे अस्तित्व पर हमला बर्दाश्त नहीं है।
युद्ध का बिगुल बजाते हुए क्रांति को जीते रहो। पंजाब, पंजाबी और हर पंजाबी किसान के साथ है। " कृषि से जुड़े विधेयकों का पंजाब में काफी विरोध हो रहा है क्योंकि किसान और व्यापारियों को इससे एपीएमसी मंडियां समाप्त होने की आशंका है. यही कारण है कि प्रदेश के प्रमुख राजनीतिक दलों ने कृषि विधेयकों का विरोध किया है।