N4N Desk: नवादा: सदर अस्पताल में लोग कम पैसे में अपना इलाज करने आते है और यू तो सदर अस्पताल से आये दिन किसी ना किसी प्रकार की खामियां भी हमलोगों के सामने आती रहती है। मरीज को स्ट्रेचर नही मिलना, एम्बुलेंस के अभाव में मरीज को ठेले पर ले जाना, गंदगी का अंबार, यहाँ तक की मृत व्यक्ति के शरीर को भी खुद ही ले जाना आदि कई प्रकार की समस्याओं से लोगों को रुबरु होना पड़ता है।
सूबे के अस्पतालों की व्यवस्था कैसी है यह पूछने की जरूरत नहीं है, आप आँखों देखा हाल भी देख सकते हैं. कुछ ऐसा ही आज एक नायाब नज़ारा सदर अस्पताल परिसर में देखने को मिला। जहां अस्पताल के डीएस कार्यालय के निकट गधों का एक झुंड आकर खड़ा हो गया. सबसे अहम बात की मौके पर ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मी या अस्पतालकर्मी ने उसे वहां से बाहर नही किया। नज़ारा देखते रहे लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया।
बरसात में आये दिन कई प्रकार के संक्रमण रोगियों में फैलता है, ऊपर से ऐसे जंगली जानवरों की मौजूदगी से रोगियों में संक्रमण फैलने का खतरा और भी ज्यादा हो जाता है। कई तरह की बीमारियां भी उत्पन हो जाती है. इससे पूर्व भी अस्पताल परिसर में कई प्रकार की कुव्यवस्था से आम जनता रूबरू होते आया है।अस्पताल के बेड पर कुत्तों का बसेरा भी लोगों ने देखा है।
पुराने घटनाओं से भी अस्पताल प्रबंधन कोई सिख नहीं लेता है। आम जनता अस्पताल के जल-जमाव से परेशान है. अब लोग अस्पताल में मरीज को लेकर आये या खुद ही मरीज बन जाये। ऐसे में अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही साफ तौर पर देखी जा सकती है।जिसका खामियाज़ा अंत में आम लोगों को ही उठाना पड़ता है। उसे इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अस्पताल रोगियों की स्वास्थ्य को लेकर कितना चिंतित है।अब देखने वाली बात होगी कि खबर के बाद अस्पताल प्रबंधन इस तरह के घटना पर कोई कदम उठाता है या नहीं.
नवादा से अमन सिन्हा की रिपोर्ट