NEWS4NATION DESK : लोकसभा के मानसून सत्र में आज गुरुवार को ट्रिपल तलाक बिल पेश किया जाएगा। बीजेपी ने व्हिप जारी कर अपने सभी सांसदों को संसद में मौजूद रहने का निर्देश जारी किया है। वहीं कांग्रेस पार्टी ने भी इसके मद्देनज़र लोकसभा और राज्यसभा में सांसदों के लिए अगले दो दिन उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी कर दिया है।
पीएम मोदी के इस अहम फैसले के विरोध का स्वर उनके अपनो द्वारा ही किया जा रहा है। एनडीए में शामिल जेडीयू ने सदन में इसके विरोध करने का फैसला किया है। एनडीए में होते हुए भी जेडीयू कई मुद्दों पर अपना अलग स्टैंड रखे हुए है। ट्रिपल तलाक के साथ धारा 370, अनुच्छेद 35 ए, एनआरसी और समान नागरिक संहिता जैसे कई मुद्दों पर जेडीयू ने पहले भी बीजेपी से अलग अपनी राय रखी है।
जेडीयू ने स्पष्ट किया है कि पार्टी इस बिल का सदन में विरोध करेगी, यह निर्णय बहुत पहले लिया जा चुका है। पार्टी का कहना है कि बीजेपी को सबको बिठाकर बात करना चाहिए था और उसके बाद बिल पेश करना चाहिए था।
बता दें मई में 16वीं लोकसभा का कार्यकाल पूरा होने के बाद पिछलाबिल निष्प्रभावी हो गया था, क्योंकि यह राज्यसभा में लंबित था। दरअसल, लोकसभा में किसी विधेयक के पारित हो जाने और राज्यसभा में उसके लंबित रहने की स्थिति में निचले सदन (लोकसभा) के भंग होने पर वह विधेयक निष्प्रभावी हो जाता है।