PATNA : बिहार विधानसभा की तैयारियों के बीच अब सियासी गलियारे में भी हलचल तेज हो गई है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (से) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी एनडीए का हिस्सा बन सकते हैं. महागठबंधन के सहयोगी दलों से नाराज चल रहे जीतन राम मांझी ने 20 अगस्त को पार्टी कोर ग्रुप की बैठक में अपने सियासी पत्ते खोलने का ऐलान कर दिया है. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ कर वह इस बात के संकेत भी दे चुके हैं. अब सभी की नजरें पूर्व सीएम आवास 12 एम स्ट्रैंड रोड पर टिक गयी हैं.
महागठबंधन का हिस्सा होकर भी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (से) के ऊपर अनिश्चितता के बादल छाये हुये हैं. अध्यक्ष जीतन राम मांझी महागठबंधन के नेताओं से लगातार समन्वय समिति बनाने की मांग करते आ रहे थे. पिछले महीने कोर ग्रुप की बैठक बुलाने की घोषणा कर अपने कड़े तेवर प्रकट भी किये थे. कांग्रेस के नेताओं से भी मिले. बीच-बीच में अपने बयानों से राजद-कांग्रेस को यह बताने की कोशिश की उनकी सुनवाई कर ली जाये. ऐसे न होने पर अलग रास्ता चुनने तक का इशारा कर दिया था.
इससे पहले शुक्रवार को उन्होंने नियोजित शिक्षकों को लेकर सरकार के निर्णय के बहाने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ कर दी. साथ ही उनका साथ देने की भी बात कही. एक दिन बाद रविवार कोर कमेटी की बैठक बुलाने का निर्णय ले लिया. गौरतलब है कि आरजेडी ने कोआर्डिनेशन कमेटी बनाये जाने की मांग कर को खारिज कर जीतन राम मांझी को जुलाई में बड़ा झटका दिया था. अपनी मांग के खारिज होने पर ही मांझी ने आनन-फानन में पार्टी के कोर ग्रुप की बैठक बुलाने की बात कही थी.