दिल्ली. राष्ट्रपति चुनाव को लेकर रविवार को एनडीए की बैठक हुई। इसमें लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान भी शामिल हुए। वे पहले ही एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मी को अपना समर्थन देने का ऐलान कर दिया था।
वहीं संसद भवन में हुई इस बैठक में चिराग पासवान की उपस्थिति महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) का विरोध करने के चलते विधानसभा चुनाव के दौरान बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से बाहर हो गए थे। बिहार में जनता दल (यूनाइटेड) भाजपा का सबसे बड़ा सहयोगी दल है।
इसको लेकर लोजपा में फूट भी पड़ गई थी और उनके चाचा पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व में पांच सांसदों ने पार्टी छोड़ दी थी। पारस गुट को लोकसभा में असली लोजपा के रूप में मान्यता भी मिली थी और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री के रूप में शपथ ली थी।