दरभंगा। नगर विमानन मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त सचिव, श्रीमती उषा पधी ने दरभंगा हवाई अड्डा को लेकर जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एस एम एवं जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी, दरभंगा चंचल प्रकाश, इंडियन एयर फोर्स की ओर से कैप्टन मनोज कुमार दरभंगा इंडियन एयर फोर्स के पदाधिकारी तथा एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के पदाधिकारी के साथ समीक्षा बैठक की गई।
बैठक में मुख्य रूप नील गायों से दरभंगा हवाई अड्डा की सुरक्षा को लेकर विमर्श किया गया। जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी ने बताया कि नील गायों को ट्रेंकुलाइज (बेहोश करके) दूसरे स्थल पर भेजने के प्रस्ताव के आलोक में 56 लाख रुपये का प्राक्कलन भेजा गया है। वर्तमान में उस क्षेत्र में जल जमाव है, जलजमाव समाप्त होने के उपरांत ही यह कार्य प्रारंभ किया जाएगा। राशि प्राप्त होने के उपरांत नील गायों को हटाने की कार्रवाई की जाएगी जिसमें डेढ़ से दो माह का समय लगेगा।
जिलाधिकारी दरभंगा ने बताया कि अगर हवाई अड्डा के चारों ओर के तार की जाली का घेरा का ऊँचीकरण एवं मजबूतीकरण करा दिया जाए तो भी नीलगाय से हवाई अड्डा सुरक्षित हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इसका प्राक्कलन बनाकर स्वीकृति हेतु भेजा गया है।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में तार की जाली का घेरा की ऊंचाई लगभग 5 फीट है, जिसे 10 से 12 फीट ऊँचा करने का प्रस्ताव एवं प्राकलन भेजा गया है। जिलाधिकारी ने आगे बताया कि वर्तमान में 20 एयरपोर्ट द्वारा प्रशिक्षित होमगार्ड को इस कार्य में लगाया गया है। वे हवाई जहाज के लैंडिंग एवं उड़ान के पूर्व नील गायों पर नजर रखते हैं। संयुक्त सचिव ने कहा कि हवाई अड्डा पर कोई दुर्घटना ना हो सके इसे एयरपोर्ट डायरेक्टर को सुनिश्चित करना होगा। बैठक में विजिबिलिटी को लेकर भी चर्चा हुई।