DESK. वाराणसी के विवादित ज्ञानव्यापी मस्जिद में सर्वे कराने को लेकर वैदिक सनातन संघ की ओर से दायर याचिक वापस ले ली गई है. पिछले दो दिनों से श्रृंगार गौरी मामले में सर्वे को लेकर काशी के साथ देश का माहौल गर्म है. कोर्ट की ओर से नियुक्त सर्वे कमिश्नर को भारी विरोध का भी सामना करना पड़ा है. लेकिन रविवार को अचानक से संघ ने चौंका दिया और अपनी याचिका वापस लेने की घोषणा की.
वैदिक सनातन संघ ने केस वापस लेने की बात कही है. हालांकि केस इसके पीछे की वजह के बारे में अभी किसी भी तरह का कोई भी खुलासा नही हुआ है। दरअसल ज्ञानव्यापी मस्जिद को काशी विश्वनाथ मंदिर का हिस्सा माना जाता है. इसे श्रृंगार गौरा मंदिर के रूप में भी लोग मानते हैं. इसी कारण इस मंदिर में पूजा पाठ करने को लेकर पांच महिलाओं ने एक याचिका दाखिल की थी. पांचो याचिकार्ता महिलाओं ने कोर्ट से श्रंगार गौरी मंदिर में रोजाना पूजा अर्चना की अनुमति दिये जाने की अपील की थी.
कोर्ट से इजाजत की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि श्रृंगार गौरी का मंदिर ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में मौजूद है और मस्जिद की दीवार से सटा हुआ है. वैदिक सनातन संघ ने ही श्रृंगार गौरा मामले को लेकर महिलाओं से याचिका दायर करवाई थी.
हालांकि अब संघ ने अपना केस वापस लेने की बात कहकर सबको चौंका दिया है. यह भी स्पष्ट नहीं किया गया है कि किन कारणों से केस वापस लिया जा रहा है. वहीं कोर्ट ने अपने आदेश में ज्ञानव्यापी मस्जिद में सर्वे करने कहा था. इसमें मस्जिद के दोनों तहखानों का भी सर्वे होगा, इनमें से एक तहखाने की चाभी प्रशासन के पास और दूसरे की चाभी मस्जिद पक्ष के पास है.