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NEW DELHI : शहाबुद्दीन के मौत पर कम नहीं हो रहा परिजनों का गुस्सा, कहा - लालू के बेटों हाथ पकड़कर सियासत सिखाया, वो देखने भी नहीं आए

NEW DELHI : शहाबुद्दीन के मौत पर कम नहीं हो रहा परिजनों का गुस्सा, कहा - लालू के बेटों हाथ पकड़कर सियासत सिखाया, वो देखने भी नहीं आए

NEW DELHI : सीवान के पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन की मौत पर राजद बुरी तरह के घिरती नजर आ रही है। बाहुबली नेता की मौत को लेकर परिजनों का आरोप है कि राजद की तरफ से किसी प्रकार की सहायता नहीं की गई और साहेब और उनके परिवार को बिल्कुल अकेला छोड़ दिया गया। यहां तक कि जब वह अस्पताल में अंतिम सांसे गिन रहे थे। उस समय भी राजद के किसी नेता ने हालत का जायजा लेना भी जरुरी नहीं समझा और उन्हें मरने के लिए छोड़ दिया गया। 

पूर्व सासंद के रिश्तेदार औमेर खान ने आरोप लगाया है कि जब साहेब अस्पताल में थे, तब राजद का पूरा कूनबा दिल्ली में मौजूद था, जिनमें लालू प्रसाद, मीसी भारती, राबड़ी देवी के साथ मनोज झा भी शामिल हैं. लेकिन किसी ने भी हाईकोर्ट के आदेश का पालन कराने की कोशिश नहीं की। यहां तक कि किसी तरह तेजस्वी यादव का मोबाइल नंबर मिला तो उनको कॉल करने की कोशिश की गई, लेकिन यहां भी आसंरिंग मशीन पर फोन बता दिया गया। सीवान के राजद विधायक का भी यही हाल था, यह वो नेता थे, जिन्हें साहेब ने बनाया, लेकिन बुरे वक्त में उसने साथ छोड़ दिया।

अस्पताल में देखने भी कोई नहीं आया

परिवार वालों का आरोप है कि जब वह अस्पताल में थे, राजद का कोई प्रतिनिधि नहीं आया। अजीब इत्तेफाक था कि जिस दिन लालू प्रसाद एम्स से डिस्चार्ज हो रहे थे, उसी दिन सुबह शहाबुद्दीन की मौत हो जाती है, लेकिन लालू प्रसाद के परिवार का कोई भी सदस्य मिलने भी नहीं आता है। यहां तक कि उनके दोनों बेटे, जो आज बड़े नेता हो गए हैं, उन्हें साहेब ने हाथ पकड़कर सियासत का पाठ पढ़ाया, वह भी सिर्फ शाम को एक ट्विट कर खानापूर्ति कर ली। हाईकोर्ट के आदेश के बाद डीडीयू अस्पताल से उन्हें एम्स में शिफ्ट कराने के लिए जब मीसा भारती से बात की गई तो उन्होंने बेड का इंतजाम करने की बात कही, लेकिन उसके बाद उन्होंने कोई संपर्क नहीं किया।

बता दें कि एक मई को शहाबुद्दीन के निधन के बाद से ही राजद पर अनदेखी के आरोप लगे हैं। जिसके बाद तेजस्वी यादव सहित बहन रोहिणी और पार्टी के तमाम दूसरे नेता मुस्लिमों के बीच खराब होती छवि को लेकर अपने बचाव में उतर आए हैं। तेजस्वी का कहना है कि वह पूरी तरह से शहाबुद्दीन के साथ है। 

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