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छपरा नगर निगम का नया परिसीमन कभी भी शुरू हो सकता है, आदेश का इंतजार

छपरा नगर निगम का नया परिसीमन कभी भी शुरू हो सकता है, आदेश का इंतजार

छपरा. सारण में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद नगर निकाय विशेषकर नगर निगम चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है। निगम क्षेत्र में वार्ड पार्षद व मेयर की चुनाव की चर्चा हो रही है। फिलहाल नगर निगम क्षेत्र में कुछ और पंचायत शामिल किए गए हैं। ऐसे में नए वार्ड भी बनेंगे और वार्डों का परिसीमन भी होगा। ऐसे में संभावित प्रत्याशी अपनी जमीन की तलाश में लग गए हैं। निगम के नए वार्डों का कयास लगना शुरू हो गया है। कुछ वार्ड पार्षदों और अधिकारियों की बात माने तो उनके अनुसार  5000 की आबादी पर एक वार्ड बनना है। ऐसे में छपरा की आबादी नए क्षेत्र को मिलाकर चार लाख के आसपास चली जाएगी। ऐसे में वार्डों की संख्या 70 से 75 के आस पास हो जाएगी। फिलहाल अभी 45 वार्ड हैं। पुराने और नए प्रत्याशियों को अब नई जमीन तलाशने होगी।

नगर निगम के लिए यह कार्य शेष

नवगठित नगर निगम के चुनाव की अधिसूचना के पूर्व कई कार्य बाकी हैं। निगम में नए क्षेत्रों को शामिल किए जाने के बाद परिसीमन के आधार पर ही वार्डों का चयन कर सीमांकन किया जाएगा। वार्डों के चयन एवं सीमांकन के बाद ही चुनाव की अधिसूचना संभव हो पाएगा। जब नए क्षेत्र शामिल होंगे और परिसीमन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी तो कई वाद विवाद भी सामने आएंगे। नए क्षेत्रों को शामिल किए जाने के बाद जिन त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों को अपने पद से हाथ धोना पड़ रहा है। वह इस मामले को सुप्रीम कोर्ट तक ले जाने की तैयारी में है, क्योंकि उन्हें पता है कि हाईकोर्ट से उन्हें कोई राहत नहीं मिलने वाली है।

परिसीमन गठन के लिए मांगी गई रिपोर्ट

विभागीय अधिकारियों के अनुसार नगर विकास एवं आवास विभाग में  नगर निगम में नए क्षेत्रों को शामिल किए जाने के बाद परिसीमन गठन की तैयारी चल रही है। इसमें कितने वार्ड होंगे व कितनी जनसंख्या व क्षेत्र पर एक वार्ड बनाया जाए, इसकी तैयारी की जा रही है। इस बाबत नगर निगम से उत्क्रमित शहर की सीमा को दर्शाने वाले मानचित्र का सत्यापन, नगर गठित करने वाले गांवों की सूची के साथ क्षेत्र की कोटिवार जनसंख्या की रिपोर्ट मांगी गई है। उप नगर आयुक्त हरीश ने बताया शहरी क्षेत्र की प्रशासनिक इकाईयों के क्षेत्राधिकार को अंतिम रूप देने के लिए संबधित रिपोर्ट विभाग को भेजी जा रही है। इसमें शहर की जनसंख्या तीन कोटि में भेजी जा रहे हैं। निगम की अबादी 4 लाख के आसपास होगी। जनसंख्या रिपोर्ट के बाद विभाग को एक बार फिर से स्पष्ट करना होगा कि कौन वार्ड सुरक्षित है और कौन सामान्य। वैसे पहले से गठित छपरा नगर निगम को इस कार्य को करने में कोई परेशानी नहीं होगी।

विभागीय दिशा-निर्देश पर होगा काम

उपनगर आयुक्त ने कहा नगर निगम की आगे की कार्रवाई विभाग का आदेश या दिशा-निर्देश मिलने के बाद किया जाएगा। वार्डों का चयन व सीमांकन विभाग व सरकार से निर्देश मिलने के बाद ही किया जाएगा। लोग कयास लगा रहे हैं कि क्षेत्रफल एवं जनसंख्या के आधार पर नगर निगम का दायरा अन्य निगम के तुलना में काफी बड़ा हो जाएगा। नगर आयुक्त का कहना है कि विभाग का जो भी आदेश होगा उसके अनुसार कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी, परिसीमन समेत अन्य कार्य को लेकर आदेश आने वाले हैं।

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