NEWS4NATION DESK : पश्चिम बंगाल सरकार ने डॉक्टरों की मांगों को मंजूर कर लिया। इसके साथ ही सोमवार को पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों ने 7 दिन से चल रही हड़ताल को खत्म कर दी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात में सुरक्षा का भरोसा मिलने पर डॉक्टरों ने यह फैसला किया।
ममता सरकार ने मांगें मानते हुए कहा कि अब हर अस्पताल में नोडल पुलिस अफसर और डॉक्टरों की परेशानी सुनने वाला सेल होगा।
वहीं, इनके समर्थन में इंडियन मेडिकल असोसिएशन की बुलाई गई 24 घंटों की हड़ताल से देशभर में मेडिकल इमरजेंसी जैसे हालात रहे। उससे जुड़े सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में ओपीडी बंद रहीं। डिस्पेंसरी, प्राइवेट क्लिनिक, लैब भी नहीं खुलीं।
बिहार के सभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवा पूरी तरह से ठप रही। इमरजेंसी और इनडोर मरीजों को छोड़कर किसी का इलाज नहीं हुआ।
हड़ताल से अनजान कई मरीज अस्पतालों में मदद की गुहार करते दिखे। इमरजेंसी खुली थीं। ऐसे में OPD के लिए आए बहुत से मरीज इमरजेंसी में इलाज कराने पहुंचे, जिससे वहां काफी भीड़ रही।
बता दें, 10 जून को कोलकाता के NRS हॉस्पिटल में डॉक्टरों से मारपीट के विरोध में डॉक्टर हड़ताल पर थे। जिसका पूरे देश के डॉक्टरों ने समर्थन किया था।