पटना...नई सरकार बनने के बाद से ही नीतीश सरकार ताबड़तोड़ फैसले कर रही है। बिहार में स्टेट और नेशनल हाईवे पर होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए अब इन सड़कों पर चलने वाली वाहनों की गति की निगरानी होगी। अभी स्पीड गन व कैमरे से कई स्थानों पर इसकी निगरानी हो रही है। परिवहन विभाग ने कुछ और स्थानों पर कैमरा लगाने का निर्णय लिया है, ताकि अधिक से अधिक गाड़ियों की रफ्तार पकड़ में आ सके। विभागीय अधिकारियों के अनुसार सड़क दुर्घटनाओं को कम करने करने के लिए नेशनल और स्टेट हाइवे पर अब पेट्रोलिंग की जाएगी। परिवहन विभाग के अधिकारी कैमरों की सहायता से वाहनों की गति की निगरानी करेंगे।
पेट्रोलिंग को कैमरे से करेंगे कनेक्ट
स्टेट व नेशनल हाइवे पर सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएंगे। जिन अधिकारियों को पेट्रोलिंग करने का जिम्मा दिया जाएगा, उनको कैमरे से कनेक्ट किया जायेगा, ताकि वे हाइवे पर गाड़ियों की गति सीमा को अपने मोबाइल पर ही देख सकें। अपने निर्णय को बेहतर तरीके से क्रियान्वित करने के लिए विभाग ने कर्मचारी व अधिकारियों को प्रशिक्षण देने का भी निर्णय लिया है। जल्द ही राज्यव्यापी प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू होगा।
ओवर स्पीड वालों पर निगरानी होगी
ओवर स्पीडिंग सीसीटीवी कैमरा, स्पीडगन आदि के माध्यम से सशक्त तरीके से ओवर स्पीडिंग पर कार्रवाई की जा सकती है। टोल प्लाजा के अलावा अन्य जगहों पर प्वाइंट टू प्वाइंट एवरेज स्पीड कैमरा के माध्यम से ओवर स्पीडिंग करने वाले वाहनों की पहचान होगी और इसके बाद इसके मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
80 से 90 प्रतिशत दुर्घटना एनएच-एसएच पर
सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े को देखें तो पता चलता है कि 80 से 90 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण मानवीय भूल और लापरवाही से वाहन चलाना है। इसमें भी ओवरस्पीड, ओवरटेक अहम कारण है। लोगों की यही भूल एनएच-एसएच पर भारी पड़ रही है।