PATNA: कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों...ये लाइने बिलकुल सटीक बैठती है NIT पटना में इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग के अंतिम वर्ष के छात्र प्रभास के ऊपर.
कहते हैं जब पूरी लगन से अपने लक्ष्य के पीछे काम करो तो, उस लक्ष्य को पाने से कोई रोक नहीं सकता, इसके जीते जागते मिसाल हैं आभाष.
आभाष मूलरूप से उत्तरप्रदेश के बलिया जिले के नारायणपुर निवासी है. आभाष के पिता भूपेंद्र नारायण राय किसान हैं और मां सरोज राय गृहिणी हैं.
पहली बार में ही पहली रैंक हासिल करने पर खुशी जाहिर करते हुए आभाष ने बताया कि उन्हें उम्मीद थी कि वे टॉप 20 या टॉप 10 में रहेंगे लेकिन रिजल्ट इतना बेहतर होगा, इसकी उम्मीद उन्हें भी नहीं थी. आभाष का पिछले साल एलएंडटी कंस्ट्रक्शन में 6.5 लाख के पैकेज पर कैंपस सेलेक्शन भी हो चुका है.
उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया है. आभाष का लक्ष्य टॉप टेन पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग में इंजीनियरिंग क्षेत्र में सेवाएं देने का है.