PATNA: बिहार में नीतीश कैबिनेट के दो मंत्रियों ने 5 महीने में ही सरकारी आप्त सचिव बदल दिया। दोनों मंत्रियों ने कुछ दिन पहले सरकारी आप्त सचिव को लौटा दिया था। इसके बाद दोनों को नया आप्त सचिव दिया गया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने दोनों मंत्रियों के आप्त सचिव के लिए बिहार प्रशासनिक सेवा के 2 अधिकारियों को नियुक्त किया है। इतने कम समय में दोनों मंत्रियों द्वारा सरकारी आप्त सचिव को लौटाये जाने के बाद तरह-तरह की चर्चा शुरू है।
शीला-सहनी को नया आप्त सचिव
नीतीश कैबिनेट में परिवहन मंत्री शीला कुमारी और पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी ने अपना सरकारी आप्त सचिव लौटा दिया है। परिवहन मंत्री की अनुशंसा पर बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी सुबोध कुमार सिंह को सरकारी आप्त सचिव बनाया गया था। वहीं पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी की अनुशंसा पर शैलेन्द्र कुमार भारती को PS बनाया गया था। मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग ने इस संबंध में 13 जनवरी 2021 को अधिसूचना जारी की थी। लेकिन इन दोनों मंत्रियों ने अपने सरकारी आप्त सचिव को 5 महीने में ही वापस लौटा दिया। इसके बाद सरकार ने परिवहन मंत्री शीला कुमारी के लिए रोहतास के अपर समाहर्ता लाल बाबू सिंह को आप्त सचिव के पद पर तैनात किया है। वहीं मुकेश सहनी के लिए पटना के अपर समाहर्ता उपेन्द्र प्रसाद सिंह को आप्त सचिव के पद पर पदस्थापित कियाा है।
हटाने के पीछे तरह-तरह की चर्चा
इन दोनों मंत्रियों द्वारा 5 महीने में ही अपना आप्त सचिव वापस किये जाने पर कई तरह की चर्चा शुरू है। चर्चा तो यह भी है कि गड़बड़ी की शिकायत मिलने के बाद आप्त सचिव को वापस कर दिया गया। एक चर्चा यह भी है कि सेंटिंग की शिकायत के बाद मंत्री ने अपने आप्त सचिव को वापस करने का निर्णय लिया। हालांकि वजह चाहे जो भी हो लेकिन मंत्रियों को कभी भी अपना आप्त सचिव बदलने का आधिकार है। अब दोनों मंत्रियों को अब नया आप्त सचिव मिल गया है। वहीं मंत्री शीला कुमारी के पीएस के रूप में तैनात सुबोध कुमार सिंह को पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी का सरकारी आप्त सचिव बनाया गया है।