PATNA: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तब के भाजपा नेताओं के गुणगान में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ते, पर आज वाली बीजेपी का नाम भी नहीं सुनना चाहते हैं. भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे स्व. अरूण जेटली की जयंती कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे सीएम नीतीश ने उनका खूब गुणगान किया। लेकिन जब आज की बीजेपी व उनके नेता के बारे में पूछा गया तो कहने लगे, छोड़िए इन सब बातों को, चर्चा क्या करना है।
अरूण जेटली का खूब किया गुणगान
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज पूर्व केंद्रीय अरूण जेटली की जयंती कार्यक्रम में शिरकत करने कंकड़बाग गये थे। वहां उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया और उन्हें याद किया। मीडिया से बातचीत में नीतीश कुमार ने कहा कि अरुण जेटली जी के साथ बहुत ही पुराना संपर्क था. जेपी मूवमेंट में उनकी भी भूमिका थी. उसी समय से हम लोगों का संपर्क रहा था. बाद में जब अटल जी के साथ गए तो और ज्यादा संपर्क रहा. हम भाजपा से अलग भी हो गए तो भी उनसे रिश्ता था . मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके साथ हमारा व्यक्तिगत संबंध था. उन्होंने काम बहुत किया, बहुत काम किया देश के लिए और विभिन्न राज्यों के लिए.बहुत अच्छा काम किया था. उनके प्रति हमारा प्रारंभ से ही आदर का भाव रहा है. हम लोग जब चुनाव बिहार में लड़ रहे थे 2005 और 2010 में तब हम लोग घूम करके आते थे तो रात में एक साथ बैठते थे.
छोड़िए न इन सब पर चर्चा क्या करना है
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका बहुत कम समय में निधन हो गया. हमलोगों को काफी तकलीफ हुआ. काफी दुख की बात रही. वैसे लोगों को रहना चाहिए था. कितना काम करते थे. हम लोगों के मन में यह बात आई कि जन्म दिवस के अवसर पर राजकीय समारोह हो. वही आज के दिन होता है. 2019 में ही हम लोगों ने अरुण जेटली जी की प्रतिमा स्थापित किया. उनके प्रति हमारी श्रद्धा सदैव रहेगा, जब तक हम जीवित हैं उनके प्रति हमारा प्रेम और श्रद्धा रहेगा. भाजपा के वरिष्ठ नेता अरूण जेटली के गुणगान पर जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा गया कि पहले कि बीजेपी और अब वाली भाजपा में क्या डिफरेंस दिख रहा है? इस पर सीएम नीतीश ने जवाब दिया,''छोड़िए न इन सब पर चर्चा क्या करना है.