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नीतीश कुमार ने राज्य में पुन: स्थापित किया कार्य संस्कृति, आज बिहार सफलता का रच रहा नया आयाम : हरिवंश

नीतीश कुमार ने राज्य में पुन: स्थापित किया कार्य संस्कृति, आज बिहार सफलता का रच रहा नया आयाम : हरिवंश

Patna : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार  ने राज्य में कार्य संस्कृति को पुनः स्थापित किया है। आज बिहार सफलता के नए आयाम स्थापित कर रहा है। उक्त बाते जदयू के राज्य सभा सांसद हरिवंश नारायण सिंह ने कही है।

आज कुशेश्वरस्थान, मोहिउद्दीननगर, विभूतिपुर एवं बांका में आयोजित वर्चूअल सम्मेलनों को सम्बोधित करते हुए सांसद हरिवंश नारायण सिंह ने कहा कि बिहार की जो कार्य संस्कृति खत्म हो गई थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने शासनकाल में उसे पुन: स्थापित किया। 

वहीं उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र महत्वपूर्ण संस्थानों की स्थापना, गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा के लिए विश्वविद्यालय एवं संस्थानों के साथ-साथ लैंगिक समानता के लिए महिला आरक्षण, कमजोर वर्गों का सशक्तिकरण एवं पारदर्शिता बढ़ाने के कार्यक्रमों की चर्चा करते हुए उन्होंने बिजली एवं सड़कों के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास की चर्चा की।

हरिवंश नारायण सिंह ने फसल उत्पादन के क्षेत्र में कृषि रोड मैप से मिले सहयोग से हासिल उपलब्धियों से किसानों के जीवन में आयी खुशहाली को राज्य के समावेशी विकास का एक प्रमुख संकेतक बताया।

उन्होंने राज्य में शासन के दो मॉडलों में अपराध के आँकड़ों का तुलनात्मक ब्योरा आँकड़ों के जरिए बताते हुए कहा कि जहां लालूजी के परिवार के शासन के पंद्रह वर्ष को हत्या नरसंहारों, फिरौती के लिए अपहरणों के कुख्यात दौर के तौर पर लोग याद करते हैं, वहीं आज सुशासन है क्योंकि अमन चैन के साथ लोग निर्भीक होकर जीवन यापन कर रहे हैं।

वहीं भवन निर्माण मंत्री अशोक चैधरी ने बिहार के कायाकल्प का श्रेय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को देते हुए कहा कि सत्ता की बागडोर जब जनता ने नीतीश को सौंपी थी, उस समय राज्य का कुल बजटीय आकार मात्र चैबीस हजार था, जो आज दो लाख पंद्रह हजार करोड़ रुपए हो चुका है। 

उन्होंने कहा कि हालत 2005 से पहले इतने बुरे थे कि पेंशन और वेतन के लिए भी पर्याप्त संसाधन राज्य के पास नहीं थे। अनुसूचित जाति एवं अल्पसंख्यक वर्ग के कल्याण के लिए न सोंच थी और न ही विकास की। 

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