पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि उनके खिलाफ बयानबाजी करने वाले राजद विधायक सुधाकर सिंह की बातों को वे नोटिस नहीं लेते. लेकिन यह उनके (राजद) दल का आंतरिक मामला है. उन्हें सोचना चाहिए कि उनके नेता क्या बोल रहे हैं. सुधाकर सिंह ने नीतीश कुमार को शिखंडी कहा था. उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार तो सिर्फ दो महीने के लिए मुख्यमंत्री बने थे लेकिन अभी तक तेजस्वी को गद्दी नहीं सौंपे हैं.
नीतीश से जब संवाददाताओं ने सुधाकर को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा है सुधाकर का नाम लिए बिना कहा कि राजद को सोचना होगा. सुधाकर सिंह का बयान उनकी पार्टी का आंतरिक मामला है. ऐसे लोगों के बयान पर मैं कोई नोटिस नहीं लेता है. हम लोग मिलकर काम कर रहे हैं और अगर उनके दल का कोई नेता कुछ बोलता है तो उस पर उन्हें सोचना चाहिए.
वहीं सुशील मोदी ने कहा था कि लालू प्रसाद और नीतीश कुमार के बीच खेल खेला जा रहा है. लालू प्रसाद के इशारे पर सुधाकर सिंह नीतीश के खिलाफ बयान दे रहे है. उनके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां कर रहे हैं. नीतीश के खिलाफ बयानबाजी करने वाले पर लालू यादव का हाथ है. यही कारण है कि सुधाकर पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. इस पर नीतीश ने कहा कि सुशील मोदी कुछ भी बोलते रहते हैं. उनके बोलने से कोई फर्क नहीं पड़ता है. उनका कोई मतलब नहीं है.
नीतीश ने प्रशांत किशोर को लेकर ही कहा कि पिछले कुछ दिनों से जिस प्रकार की बातें पीके बोल रहे हैं वह सब बेबुनियाद हैं. 5 जनवरी से शुरू हो रही नीतीश की बिहार यात्रा पर उन्होंने कहा कि राज्य में विकास के कार्यों को देखने के लिए वे इस यात्रा पर जा रहे हैं.