MOTIHARI : वक्त वक्त की बात है। कभी नीतीश कुमार कन्हैया कुमार पर मेहरबान थे। उनकी मेहरबानी इस कदर थी कि उन्होंने छात्र नेता रहे कन्हैया को राजकीय अतिथि का दर्जा देकर पटना में स्वागत किया था। आज उसी कन्हैया कुमार ने नीतीश कुमार पानी उतार दिया। कन्हैया ने कहा कि नीतीश कुमार ने गुजरात की घटना पर बोलने में बहुत देर कर दी। जब सैकड़ों बिहारियों को मारपीट कर गुजरात से भगा दिया तब जाकर नीतीश की जुबान खुली। कन्हैया ने नरेन्द्र मोदी की सरकार पर भी सियासी हमले किये। कन्हैया ने कहा कि 25 अक्टूबर को पटना के गांधी मैदान में संविधान बचाओ-देश बचाओ अभियान तहत एक रैली होगी जिसमें कोने कोने से लोग शामिल होंगे। कन्हैया ने अपने चुनाव लड़ने के बारे में कोई संकेत नहीं दिया।
मोतिहारी में कन्हैया की सभा
मोतिहारी में रविवार को सीपीआइ की सभा का आयोजन किया था। मोतिहारी पहले सीपीआइ का गढ़ रहा है। यहां से कमला मिश्र मधुकर कई बार संसद रहे हैं। सीपीआइ ने लोकसभा चुनाव के लिए अभी से ही इस सीट पर तैयारी शुरू कर दी है। इस सभा को जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने भी संबोधित किया। कन्हैया मे मोदी सरकार और नीतीश सरकार पर जम कर हमले बोले। कन्हैया ने कहा कि नरेन्द्र मोदी पीएम से पेटीएम हो गये हैं। मोदी सरकार ने किसानों और नौजवानों के लिए कुछ नहीं किया। किसानों को फसल का उचित मूल्य नहीं मिल रहा । मजदूरों को भी उचित मजदूरी मिलनी चाहिए। नौजवानों को रोजगार देने का वायदा कर के मोदी सत्ता में आये थे। लेकिन उस वायदे को भी नहीं पूरा किया।
गुजरात घटना की निंदा लेकिन भाजपा पर सवाल
कन्हैया ने गुजरात में बिहारियों पर हमले की निंदा की। उन्होंने मीडिया के सवाल के जवाब में कहा कि इस घटना के पीछे चाहे जो दल का या व्यक्ति हो, उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। हालांकि अल्पेश ठाकुर बार-बार आरोप से इंकार कर रहे हैं । वे तो शांति बनाये रखने की अपील कर रहे हैं। यहां यह भी देखना होगा कि क्या बीजेपी दूसरे पर आरोप थोप कर मामले को तूल देना चाहती है ? घटना के कई दिन बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बयान आता है। तब तक कितने बिहारियों को पीटकर गुजरात से भगा दिया गया।
मोतिहारी से हिमांशु कुमार की रिपोर्ट