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बोचहां में मिली हार की समीक्षा BJP नहीं बल्कि NDA के नेता नीतीश कुमार करेंगे ! भाजपा नेता बोले- CM हैं सत्ताधारी गठबंधन के नेता

बोचहां में मिली हार की समीक्षा BJP नहीं बल्कि NDA के नेता नीतीश कुमार करेंगे ! भाजपा नेता बोले- CM हैं सत्ताधारी गठबंधन के नेता

PATNA: बिहार विधानसभा की बोचहां व 24 सीटों पर हुए चुनाव में एनडीए को आशा के अनुरूप सफलता नहीं मिलने पर ठीकरा किस पर फोड़ा जाये? बोचहां सीट पर भाजपा प्रत्याशी की हार के बाद दल का एक गुट वर्तमान नेतृत्व पर ठीकरा फोड़ रहा। सुशील मोदी ने तो यहां तक कह दिया कि बोचहां उप चुनाव में एनडीए की एकजुटता नहीं दिखी। साथ ही हमारा परंपरागत वोटर भी हमें वोट नहीं दिया। सुशील मोदी के इस बयान से दल के भीतर भूचाल है। 23 तारीख के बाद इस मुद्दे पर और गर्माहट आ सकती है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता ने इस मुद्दे को कहीं न कहीं बिहार एनडीए के नेता नीतीश कुमार की तरफ से मोड़ने की कोशिश की है।हालांकि विस की बोचहां सीट पर मिली हार के बाद सहयोगी दल जेडीयू ने भी बीजेपी को आत्मचिंतन की सलाह दी है।

बीजेपी ने नीतीश कुमार पर हार का फोड़ा ठीकरा

बिहार बीजेपी के प्रवक्ता डॉ. रामसागर सिंह ने आज कहा कि केंद्र में हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए काम कर रही है। बिहार में एनडीए का नेतृत्व हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कर रहे हैं। बोचहां उप चुनाव और एमएलसी चुनाव में अगर रणनीतिक चूक हुई या अपनी बात जनता तक पहुंचाने में अगर कोई कमी रह गई है तो इसकी समीक्षा एनडीए के नेता नीतीश कुमार करेंगे। हमारे मुख्यमंत्री पूरी समीक्षा करेंगे और 2024 और 2025 के चुनाव में एनडीए गठबंधन को सफलता दिलाने का काम करेंगे। 

जानें सुशील मोदी ने क्या कहा था

दरअसल, सुशील मोदी ने कहा है कि बिहार विधान परिषद की 24 सीटों पर हुए चुनाव में एनडीए को दस सीटों का नुकसान और फिर विधानसभा के बोचहां उपचुनाव में एनडीए उम्मीदवार का 36 हजार मतों के अंतर से पराजित होना हमारे लिए गहन आत्मचिंतन का विषय है। एनडीए नेतृत्व इसकी समीक्षा करेगा, ताकि सारी कमियांं दूर की जा सकें। सुशील मोदी आगे कहते हैं कि बोचहां विधानसभा क्षेत्र की  एक-एक पंचायत में एनडीए विधायकों-मंत्रियों ने जनता से सम्पर्क किया था। पूरी ताकत लगायी गई थी। सरकार ने भी सभी वर्गों के विकास के लिए काम किये और सबका विश्वास जीतने की कोशिश की। इसके बाद भी एनडीए के मजबूत जनाधार अतिपिछड़ा वर्ग और सवर्ण समाज के एक वर्ग का वोट खिसक जाना अप्रत्याशित था। इसके पीछे क्या नाराजगी थी, इस पर एनडीए अवश्य मंथन करेगा। 

एनडीए घटक दलों में 2019 जैसा तालमेल नहीं-मोदी

सुशील मोदी अपने तीसरे ट्वीट में कहते हैं कि वर्ष 2019 के संसदीय चुनाव में एनडीए के घटक दलों ने पूरे तालमेल से एक-दूसरे को जिताने के लिए मेहनत की थी, जिससे  हमारा स्ट्राइक रेट अधिकतम था। गठबंधन के खाते में राज्य की 40 में से 39 सीटें  आयी थीं, जबकि राजद सभी सीटें हार गया था। विधान परिषद की 24 सीटों पर चुनाव और विधानसभा की बोचहां सीट पर उपचुनाव में एनडीए के घटक दलों के बीच 2019 जैसा तालमेल क्यों नहीं रहा, इसकी भी समीक्षा होगी। अगले संसदीय और विधानसभा चुनाव में अभी इतना वक्त है कि हम सारी कमजोरियों और शिकायतों को दूर कर सकें। 

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