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जातीय उन्माद व धार्मिक विद्वेष फैलाना चाह रही नीतीश –लालू की पार्टी ... सम्राट चौधरी का दावा- बिहार का माहौल बिगाड़ने की कोशिश

जातीय उन्माद व धार्मिक विद्वेष फैलाना चाह रही नीतीश –लालू की पार्टी ... सम्राट चौधरी का दावा- बिहार का माहौल बिगाड़ने की कोशिश

पटना. बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने महागठबंधन नेताओं के जहरीले बयान पर हमला बोलते हुए कहा है कि राजद- जदयू बिहार में जातीय विद्वेष व धार्मिक उन्माद फैलाने की साजिश रच रहा है। सत्ता के हिस्सेदार इन दोनों बड़े-छोटे भाईयों की साजिश अगड़े- पिछड़े की भावना उभार कर बिहार के भाईचारे के माहौल को विद्वेषपूर्ण बना कर वोटों के ध्रुवीकरण व तुष्टिकरण की नीति को बढ़ावा देना है। 

चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार, लालू- तेजस्वी यादव की शह पर ही अब तक राजद-जदयू के आधे दर्जन मंत्रियों, विधायकों व विधान पार्षदों ने विवादित, नफरती बयान दिए हैं। चौधरी ने कहा कि ये महज संयोग नहीं बल्कि एक प्रयोग है बिहार के माहौल को विषाक्त कर वोट की फसल काटने की। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार में राजद कोटे से मंत्री आलोक मेहता का जातीय विद्वेष से भरा हालिया बयान हो या इसके पूर्व सुरेंद्र यादव, चंद्रशेखर यादव जदयू एमएलसी रसूल गुलाम बलियावी, राजद के मुस्लिम चेहरा व पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी, राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह आदि के विध्वंसक, समाज-तोड़क, नफरती बयान लोकसभा चुनाव 2024 के पहले बिहार को जहरीला बनाने की साजिश का ही हिस्सा है। 

चौधरी ने कहा कि चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू यादव एवं राजनीति में अपनी विश्वसनीयता खो चुके सीएम नीतीश की ओर से साजिश के तहद 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर राज्य में जातीय व धार्मिक उन्माद फैलाने और आपसी भाईचारे को खत्म कर अगड़े-पिछड़े की लड़ाई का माहौल तैयार करवाया जा रहा है। 

उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा है कि ऐसे नफरती बयानों से क्या वोटों के ध्रुवीकरण की साजिश नहीं रची जा रही है? नीतीश जी जब भाजपा के साथ थे तब तो उनकी अंतरात्मा आधी रात को जग जाती थी,आज सोई, मरी हुई क्यों हैं? कुर्सी प्यारे मुख्यमंत्री जी कार्रवाई की हिम्मत क्यों नहीं जुटा पा रहे हैं? 

चौधरी ने कहा कि माननीय हाई कोर्ट व सुप्रीम कोर्ट को ऐसे जहरीले बयानों पर स्वतः संज्ञान लेकर संविधान व कानून सम्मत कार्रवाई करनी चाहिए।


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