राहुल गांधी की न्याय यात्रा में शामिल होंगे नीतीश - लालू! 29 जनवरी को बिहार में प्रवेश करेगी यात्रा, बिहार में 425 किलोमीटर का सफर

पटना. कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा इसी महीने के अंत में बिहार में प्रवेश करेगी. बिहार में राहुल गांधी 29 जनवरी को प्रवेश करेंगे. उनकी न्याय यात्रा की शुरुआत 29 जनवरी को किशनगंज से होगी. पहले ही दिन राहुल की किशनगंज में एक जनसभा होगी. सोमवार को बिहार कांग्रेस की ओर से बताया गया कि राहुल गांधी की न्याय यात्रा में बड़ी संख्या में लोग जुटेंगे. किशनगंज में होने वाली रैली के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू यादव को निमंत्रण दिया गया है. लालू यादव के साथ ही उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के भी जनसभा में शामिल होने की उम्मीद है.
वहीं न्याय यात्रा के दूसरे दिन 30 जनवरी की पूर्णिया में राहुल गांधी की रैली होगी. पूर्णिया रैली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल होंगे. साथ ही न्याय यात्रा में इंडिया के घटक दलों के कई अन्य नेता भी शामिल होंगे. इसमें वामपंथी नेता दीपांकर भट्टाचार्य भी न्याय यात्रा में शामिल हो सकते हैं. इसके साथ ही बिहार कांग्रेस के कई नेता राहुल गांधी के साथ इस यात्रा में बिहार भ्रमण करेंगे. राहुल की न्याय यात्रा बिहार के सीमांचल के जिलों से गुजरेगी जिसमें किशनगंज, पूर्णिया, अररिया जैसे जिलों से कांग्रेस नेता गुजरेंगे.
7 जिलों से गुजरेंगे राहुल : बिहार में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की सफलता के लिए 25 अलग-अलग समिति बनाई गई है। इसमें अध्यक्ष सहित 220 नेताओं को जिम्मेदार दी गई है। सबसे बड़ी 35 सदस्यीय मोबिलाइजेशन कमेटी है। ये सभी सदस्य अपने नेता राहुल गांधी को यात्रा में सहयोग करेंगे। पहले चरण में किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार सहित 7 जिलों में 425 किलोमीटर यात्रा होगी। यात्रा के दूसरे चरण में सासाराम, कैमूर, औरंगाबाद में यात्रा होगी।
इंडिया दिखाएगा ताकत : राहुल गांधी ने 14 जनवरी को मणिपुर से भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत की है. सोमवार को उनकी यात्रा असम में थी. वहीं इसी सप्ताह वे असम से होते हुए पश्चिम बंगाल में प्रवेश करेंगे. वहां से उनकी यात्रा बिहार में प्रवेश करेगी और किशनगंज में पहली जनसभा होगी. इंडिया गठबंधन भी राहुल की बिहार में यात्रा के दौरान अपनी एकजुटता का प्रदर्शन करता दिख सकता है. विशेषकर राजद और जदयू को लेकर जो कई तरह की सियासी अटकलबाजी की जा रही है उस पर विराम लगाने के लिए राहुल की यह यात्रा बेहद अहम साबित हो सकती है.