PATNA: नीतीश राज में एक और बड़ी गड़बड़ी का खुलासा हुआ है।पटना को स्मार्ट करने की योजना की हवा निकल गई है।राजधानी को स्मार्ट बनाने को लेकर संचालित स्मार्ट सिटी योजना लूटतंत्र की भेंट चढ़ गई है।खुलासे के बाद कई योजनाओं को आनन-फानन में रद्द कर दिया गया है तो कई योजनाओं के कार्यों को रोक दिया गया है।अब नई गाईलाईन के अनुरूप काम शुरू करने को लेकर कोशिश की जा रही है।
सीमा क्षेत्र से बाहर जाकर शुरू हुआ काम
पटना को स्मार्ट बनाने को लेकर खुलासे पर खुलासे हो रहे हैं। जानकारी के अनुसार तय सीमा से बाहर की एरिया में काम शुरू करा दिया गया। बता दें कि पटना स्मार्ट सिटी योजना के तहत 830 एकड़ एरिया चिन्हित किया गया था।इसी एरिया में स्मार्ट सिटी योजना को मूर्त रूप देना था।लेकिन योजना को धरातल पर उतारने वाले अफसरों ने इसके इतर जाकर काम शुरू कर दिया। जब आपत्ति हुई तो आनन-फानन में कई योजनाओं को स्मार्ट सिटी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की तरफ से रद्द किया गया और कई कामों को रोका गया है।
नगर विकास विभाग के सचिव आनंद किशोर ने बताया कि पटना को स्मार्ट बनाने के लिए 830 एकड़ क्षेत्र को चिन्हित किया गया था।इसी क्षेत्र में योजना को लेना था लेकिन इसके बाहर जाकर योजनाओं का चयन किया गया।गाइडलाईन के अनुरूप काम नहीं करने पर कई योजनाओं को रद्द किया गया है। उन्होंने बताया कि जिस योजना में गाईडलाईन का पालन नहीं किया गया है उसे रोका गया है।अब नए गाइडलाईन के अनुरूप काम की शुरूआत होगी।उन्होंने बताया कि पटना रेलवे स्टेशन के समीप की एक योजना ली गई थी उसे भी रोक दिया गया है।
हालांकि नगर विकास विभाग के सचिव ने यह नहीं बताया कि कितनी योजनाओं को रद्द किया गया है और कितनी योजनाओं पर रोक लगाई गई है।