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नीतीश की उम्मीदों पर फिरा पानी, दिल्ली में JDU को मिली करारी हार... बिहार के बाहर जदयू विस्तार को बड़ा झटका

नीतीश की उम्मीदों पर फिरा पानी, दिल्ली में JDU को मिली करारी हार... बिहार के बाहर जदयू विस्तार को बड़ा झटका

पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की उम्मीदों पर दिल्ली की जनता ने पानी फेर दिया है. MCD चुनाव में किस्मत आजमा रही जदयू को करार झटका लगा है. जदयू ने दिल्ली में 23 उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन जदयू का खाता भी नहीं खुला है. पार्टी किसी भी वार्ड में जोरदार प्रदर्शन करने में नाकाम रही है. बुधवार को आए MCD चुनाव परिणाम में जहाँ आम आदमी पार्टी को बहुमत मिलना तय हो गया है वहीं भाजपा करीब 100 सीटों पर जीत हासिल करते दिख रही है. इन सबके बीच दिल्ली में जदयू को विस्तार देने की चाहत रखने वाले नीतीश कुमार को राजधनी की जनता ने पूरी तरह से नकार दिया है. 

MCD चुनाव 2022 में 382 निर्दलीय प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा. बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने सभी 250 सीटों पर अपने-अपने कैंडिडेट उतारे, जबकि कांग्रेस ने सिर्फ 247 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे. इसके अलावा जेडीयू के 23 उम्मीदवार भी मैदान में थे. असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने भी 15 कैंडिडेट उतारे थे. वहीं बसपा ने 174, इंडियन मुस्लिम लीग ने 12, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया ने 3, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक ने 4, NCP ने 29 और SP, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने एक-एक सीट पर प्रत्याशी मैदान में उतारे. 

बिहार की दो पार्टीयों जदयू और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) दोनों को दिल्ली में सफलता हाथ नहीं लगी है. खासकर जदयू के लिए यह बड़ा झटका है. जदयू ने दिल्ली में MCD चुनाव में अपने उम्मीदवारों की जीत तय करने के लिए कई बड़े नेताओं को चुनाव प्रचार में उतारा था. दिल्ली में बड़ी संख्या में रहने वाले बिहार मूल के लोगों को जदयू की ओर आकर्षित करने के मकसद से नीतीश ने यह बड़ा दांव खेला था. दिल्ली के चुनाव में बिहार और पूर्वांचल के मतदाता हालिया दशकों में जीत-हार में अहम भूमिका निभाने लगे हैं. MCD में भाजपा हो या कांग्रेस दोनों ही दल बिहार के मतदाताओं की भूमिका को समझते रही है और कई बिहार मूल के नेताओं को प्रचार में उतारी. इस बार जदयू ने इसमें सेंधमारी करने की कोशिश की लेकिन उसे कोई सफलता नहीं मिलती दिख रही है

इतिहास पर गौर करें तो जदयू इसके पहले भी दिल्ली में चुनावी खाता खोलने के लिए जोर लगा चुकी है. दिल्ली के पिछले विधानसभा चुनाव में जदयू ने बीजेपी के साथ मिलकर 2 सीटों पर चुनाव लड़ा था. इसके बावजूद जदयू को कोई सफलता नहीं मिली. ऐसे में इस बार जदयू की नजर एमसीडी चुनाव पर थी. पार्टी ने MCD चुनाव के बहाने अपनी ताकत दिल्ली में लगाई लेकिन नीतीश का सपना साकार नहीं हुआ है. 


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