PATNA : “परिवहन विभाग में पटना से लेकर मुजफ्फरपुर तक पैसे का बोलबाला, जेब गरम होते ही जारी हो जाता है कोई भी आदेश” शीर्षक खबर से न्यूज4नेशन ने कुछ समय पहले खुलासा किया था कि किस तरह मुजफ्फरपुर के मोटरयान निरीक्षक (MVI) दिव्य प्रकाश ने सारे नियमों की अनदेखी कर पुलिस द्वारा जब्त कर थाने में रखे ट्रकों का फिटनेस सर्टिफिकेट जारी कर दिया। बता दें कि दिव्य प्रकाश ने ऐसे ट्रकों का फिटनेस सर्टिफिकेट जारी कर दिया जिसे मोतिहारी जिले के रक्सौल और दूसरी गाड़ी को हरसिद्धि थाने ने जब्त कर रखा था। MVI साहब दिव्य प्रकाश ने गाड़ी संख्या BR06G 2467 का फिटनेस सर्टिफिकेट पुलिस द्वारा जब्त किए जाने के बाद जारी किया। रक्सौल पुलिस ने जिस ट्रक को 1 अगस्त 2018 को जब्त किया, मुजफ्फरपुर MVI ने उसके दो दिन बाद यानी 3 अगस्त 2018 को उसी ट्रक का फिटनेस दे दिया। वही दूसरे ट्रक जो हरसिद्धि थाने ने जब्त कर रखा था उस गाड़ी को भी एमवीआई नें मुजफ्फरपुर में बैठे-बैठे फिटनेस का सर्टिफिकेट दे दिया।
खबर चलने के बाद शुरू हुई थी जांच
यह खबर दिखाए जाने के बाद परिवहन विभाग के प्रशासनिक हलकों में खलबली मच गयी थी। एक एमवीआई के चलते पूरे विभाग की किरकिरी हो रही थी, लिहाजा आरोपी अधिकारी के खिलाफ जांच के आदेश भी दिए गए।तिरहुत कमिश्नर के साथ-साथ सचिवालय स्थित परिवहन विभाग के दफ्तर में भी जांच की फाइल बढने लगी। लेकिन इतने समय बीतने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई।
विभाग के जानकार सूत्र बतातें हैं कि इस फर्जीवाड़ा के खुलासे के बाद जांच की फाइल दौड़ी।लेकिन कुछ दिन के बाद किसी अदृश्य दबाव के बाद फाइल को डंप करा दिया गया।चर्चा है कि एमवीआई के फर्जीवाड़े वाली फाइल को डंप कराने में लक्ष्मी नारायण की कृपा थी।दरअसल विभाग के अधिकारियों की लक्ष्मी नारायण में आस्था कुछ ऐसी है कि सरकारी कायदे कानून को ताक पर रखनें में देर नहीं लगती।
क्या था पूरा मामला
दरअसल ये मामला मुजफ्फरपुर के मोटरयान निरीक्षक (MVI) दिव्य प्रकाश से जुड़ा है। MVI ने सारे नियमों की अनदेखी कर एक ऐसे ट्रक का फिटनेस सर्टिफिकेट जारी कर दिया जिसे मोतिहारी जिले के रक्सौल थाने ने 1 अगस्त 2018 से ही जब्त कर रखा है। MVI साहब दिव्य प्रकाश ने गाड़ी संख्या BR06G 2467 का फिटनेस सर्टिफिकेट पुलिस द्वारा जब्त किए जाने के बाद जारी किया। रक्सौल पुलिस ने जिस ट्रक को 1 अगस्त 2018 को जब्त किया, मुजफ्फरपुर MVI ने उसके दो दिन बाद यानी 3 अगस्त 2018 को उसी ट्रक का फिटनेस दे दिया।
दरअसल मोतिहारी के रक्सौल थाना क्षेत्र में उस ट्रक ने 1 अगस्त 2018 की शाम एक व्यक्ति को रौंद दिया था, जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी थी। घटना के बाद रक्सौल पुलिस ने उस ट्रक को जब्त कर लिया था। लेकिन अपनी रिपोर्ट में MVI ने लिखा है कि मैंने मुजफ्फरपुर में 3 अगस्त को ही उस गाड़ी की जांच की है और जांच में गाड़ी फिट पायी गयी। इसलिए उस वाहन का फिटनेस सर्टिफिकेट जारी किया जाता है।
फिटनेस देने के लिए 3 अगस्त को बाजाप्ता ऑनलाइन फी भी ली गयी जिसकी रसीद संख्या -180800001329 है। अब MVI दिव्य प्रकाश को रक्सौल थाने में खड़ी ट्रक मुजफ्फरपुर में कैसे दिख गयी यह तो वही बता सकते हैं। लेकिन सबूत के तौर पर न्यूज़4नेशन आपको मोतिहारी में दर्ज पुलिस रिपोर्ट और मुजफ्फरपुर MVI की तरफ से जारी फिटनेस रिपोर्ट दिखा रहा है। हालांकि अपनी सफाई में आरोपी MVI ने कहा था कि उनके स्तर से कोई गड़बड़ी नहीं हुई है।
कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं
जिस अधिकारी ने इस स्तर पर गड़बड़ी की वैसे अधिकारी पर अबतक कार्रवाई क्यों नही हुई,इस सवाल का जवाब परिवहन विभाग के अधिकारी देने को तैयार नहीं हैं। हमने परिवहन विभाग के सचिव संजय अग्रवाल से मुजफ्फरपुर के एमवीआई दिव्य प्रकाश के खिलाफ कार्रवाई के बावत सवाल पूछा।लेकिन सचिव महोदय ने जवाब देना उचित नहीं समझा।