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कांग्रेस का बड़ा आरोप, अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त बोधगया विधानसभा के ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं हुआ कोई विकास

कांग्रेस का बड़ा आरोप, अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त बोधगया विधानसभा के ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं हुआ कोई विकास

Gaya : कांग्रेस ने वर्तमान नीतीश सरकार और खासकर बोधगया के निवर्तमान विधायक पर इस क्षेत्र में विकास का कोई कार्य नहीं किये जाने का आरोप लगाया है। कांग्रेस का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त बोधगया की अनदेखी की गई है। इस क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में कोई भी विकास का कार्य नहीं किया गया है। 

दरअसल कांग्रेस पार्टी द्वारा गया जिला के विधानसभा क्षेत्रों में विधानसभा कि चुनाव की तैयारियों को लेकर वर्चुअल संवाद के दौर जारी है, जिसमें आज अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त " बोधगया विधानसभा क्षेत्र " का आकलन किया गया।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य सह मगध प्रमंडल कांग्रेस प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिठू    बोधगया कांग्रेस संगठन प्रभारी विद्या शर्मा, प्रदीप शर्मा, ब्रजेश राय, फतेहपुर प्रखंड अध्यक्ष बालमुकुंद पांडेय,  टनकुप्पा प्रखंड अध्यक्ष शंभू शरण सिंह, शिवशंकर प्रसाद, शांति देवी, गोपाल पासवान, श्रावण पासवान, अरुण कुमार पासवान, जनार्दन मांझी, जगदीश मांझी, रामचंद्र अकेला, आदि ने कहा कि बोधगया विधानसभा क्षेत्र में मगध विश्वविद्यालय, आईआईएम, डीआरडीओ, मटिहानी सुपर ग्रिड आदि राष्ट्रीय पहचान रखने वाले संस्थान पूर्व के यूपीए सरकार की देन है।

बोधगया विधानसभा क्षेत्र के बोधगया नगर पंचायत, बोधगया ग्रामीण, फतेहपुर, एवम् टनकुप्पा प्रखंड को मिला कर बना हुआ है, जिसमें बोधगया नगर पंचायत को छोड़ सभी ग्रामीण इलाकों में नीतीश सरकार की अनदेखी के चलते विकास अवरुद्ध है। 

वहीं फतेहपुर, टनकुप्पा के तिलैया ढाढर परियोजना वर्षों से झारखंड से पानी नहीं मिलने के कारण अधूरा है, इन दोनों प्रखंड के कई गांवों में सड़क, नाली एवम् अन्य सुविधाएं अभी तक नहीं है, फतेहपुर के गुरपा सहित सुदूर ग्रामीण इलाकों, जंगली इलाके में स्थिति और खराब है।

नेताओ ने कहा कि बिहार के प्रमुख शंकराचार्य मठो में से एक बोधगया मठ की पुरानी गौरवशाली इतिहास को चंद लोग समाप्त करने को उतारू है, सबसे ज्यादा यहां भूदान, मठ के जमीन को हड़पने का एक सिलसिला जारी है, जिसमें देश , विदेश स्तर के लोग भी शामिल हैं, परचे के जमीन का बन्दर बांट जारी है, अधिक दाम रहने के कारण पर्चा धारी भी अपने जमीन बेचने को आतुर रहते है, जबकि उन्हें यह अधिकार प्राप्त नहीं है।

केंद्र एवम् राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित एवम् घोषित कई महत्वपूर्ण योजनाएं बोधगया में लंबित है बोधगया को रेलवे से जोड़ना, रिंग रोड, मेट्रो , विश्व स्तरीय कन्वेशन हॉल, बोधगया से ढू गेशरी पर्वत तक रोपवे, वर्षों पूर्व शिलान्यस किया हुआ मगध कृषि विश्वविद्यालय आदि कई योजनाएं है।

नेताओ ने कहा की बोधगया नगर पंचायत के अमवा,बक्रौर, सिलौंजा, मोचरीम, सहित कई जगहों पर विकास कार्य नहीं होने से अभी भी ग्रामीण परिवेश में लोग रहने को मजबूर है। बोधगया विधानसभा क्षेत्र में इंदिरा आवास, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, राशनकार्ड, सहित सभी सरकारी योजनाओ से भी काफी संख्या में लोग वंचित है, जिसके लिए स्थानीय प्रशासन एवम् राज्य सरकार की शिथिलता मुख्य कारण है।

गया से मनोज कुमार सिंह की रिपोर्ट

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