PATNA : सितंबर माह में महज तीन दिनों के बारिश में राजधानी पटना में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गय़े। महीनों तक राजधानीवासियों को जलजमाव की मार झेलनी पड़ी। पटना में अब वैसी स्थिति पैदा न हो इसके लिए सरकार की ओर से बड़ा कदम उठाया गया है।
शहर के नालों पर किए गए अतिक्रमण को हटाने के लिए प्रशासन 13 नंवबर से अभियान चलाने जा रही है। अबतक प्रशासन ने कुल 86 मकानों को चिन्हित किया है जो नालों की जमीन पर अतिक्रमण कर बनाए गए है।
नाले की जमीन पर अतिक्रमण कर मकान बनाए जाने से पानी की निकासी में दिक्कत हो रही है। अब प्रशासन ने इन मकानों को तोड़ने का निर्णय लिया है।
पटना प्रमंडल के आयुक्त संजय कुमार ने बताया कि पटना के नालों और नाले की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए दो चरण में अभियान चलाया जायेगा। पहले चरण की शुरुआत 13 नंवबर से शुरु होगी और 20 नंवबर तक चलेगी। वहीं दूसरा अभियान 29 और 30 नंवबर के बीच चलाया जायेगा।
आयुक्त ने बताया कि अभियान के लिए कुल 9 टीमों का गठन किया गया है। जिसमें तीन टीम पटना सदर, दो टीम संपतचक और एक टीम फुलवारी अंचल में तैनात होगी। इन टीमों की निगरानी में बादशाही पइन समेत नौ नालों की उड़ाही के साथ-साथ नाले और नाले के जमीन पर हुए अतिक्रमण को हटाया जायेगा।