PATNA: लोजपा के संस्थापक व पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की आज पहली बरसी थी। बेटे चिराग पासवान ने इस मौके पर बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया था। मेगा इवेंट में सभी दल के नेताओं को आमंत्रित किया गया था। सत्ता पक्ष-विपक्ष के कई नेता पहुंचे लेकिन जेडीयू ने पूरे तौर पर पासवान के कार्यक्रम से दूरी बना ली। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नो मर्शी के सिद्धांत पर चलते हुए न तो खुद आये और न ही उनके दल का अदना सा कार्यकर्ता पहुंचा। बीजेपी के भी कई बड़े नेताओं ने कार्यक्रम से अपने आप को अलग रखा। चिराग पासवान के कार्यक्रम से दूरी बनाकर सीएम नीतीश ने मैसेज दे दिया कि आज भी विस चुनाव की वो बात भूले नहीं हैं। मुख्यमंत्री ने आज के कार्यक्रम से खुद व पार्टी नेताओं को दूर रखकर यह बता दिया कि आगे भी चिराग पासवान से कोई समझौैता संभव नहीं।
चिराग से जेडीयू को कोई मतलब नहीं
रामविलास पासवान की बरसी पर चिराग पासवान ने आज अपने आवास पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम रखा था। बिहार विस चुनाव में राजनीतिक धोखा देने वाले चिराग (जैसा की जेडीयू के नेता आरोप लगाते हैं) को आज भी जेडीयू कोई भाव देते हुए नहीं दिख रही है। चिराग पासवान कोशिश में थे कि सीएम नीतीश मिलने का समय दें,ताकि वे आमंत्रण दे सकें। लेकिन मुख्यमंत्री ने टाईम ही नहीं दिया। आज के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार न तो खुद आए और न ही अपने किसी प्रतिनिधि को भेजा। उनके दल का एक छोटा कार्यकर्ता भी उधर देखा तक नहीं। चिराग पासवान और दल के नेता शाम तक इंतजार करते रहे लेकिन कोई भी नेता नहीं पहुंचा।
तेजस्वी यादव भी पहुंचे
वैसे, जेडीयू की सहयोगी बीजेपी के कई नेता रामविलास पासवान की बरसी पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे। हालांकि डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद, प्रदेश अध्यक्ष व एक केंद्रीय मंत्री छोड़ अन्य केंद्रीय मंत्री कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। विस अध्यक्ष विजय सिन्हा, सुशील मोदी, रेणू देवी व बीजेपी के कई अन्य नेता पहुंचे थे। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव,जीतनराम मांझी समेत विपक्ष के कई बड़े नेता भी चिराग पासवान के आमंत्रण पर कार्यक्रम में शिरकत किये।
चिराग सीएम नीतीश को जेल भिजवाने की करते थे बात
बता दें, बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के दौरान चिराग पासवान ने सीएम नीतीश के जेडीयू कैंडिडेट को हराने के लिए पूरी ताकत लगा दिया था। जहां-जहां जेडीयू कैंडिडेट थे वहां लोजपा ने अपना उम्मीदवार उतार दिया था। जेडीयू के नेता यह कहते नहीं थकते कि चिराग पासवान ने विरोधियों से मिलकर जेडीयू कैंडिडेट को हराने की साजिश रची। इतना ही नहीं चिराग पासवान चुनाव दरम्यान लगातार यह कहते थे कि मुख्यमंत्री कुमार को घोटाले में जेल भिजवायेंगे।