नई दिल्ली। उत्तर भारतियों को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर उनकी ही पार्टी में विरोध के स्वर नजर आने लगे हैं और उनके बयान को लेकर तमाम बड़े नेताओं में फिर से नाराजगी उभर कर सामने आ गई है। बताया जा रहा है कि पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता जम्मु में जुट गए हैं। माना जा रहा है कि आज वह राहुल गांधी के बयान के विरोध में कोई बयान जारी कर सकते हैं.
जम्मू पहुंचने वाले नेताओं में गुलाम नबी आजाद, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कपिल सिब्बल और राज बब्बर शामिल हैं. बताया जा रहा है कि मनीष तिवारी भी जम्मू पहुंच सकते हैं. इस दौरान जी-23 सदस्य यह बताने की कोशिश करेंगे कि उत्तर से लेकर दक्षिण तक भारत एक है.
चुनाव में कांग्रेस की बढ़ेगी परेशानी
राहुल गांधी ने उत्तर-दक्षिण को लेकर बयान दिया था, जिससे पार्टी के ही कई नेता नाराज चल रहे हैं. कांग्रेस के इन असंतुष्ट नेताओं को G-23 के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि उन्होंने पिछले साल पत्र लिखकर कांग्रेस हाईकमान पर सवाल उठाए थे. यदि G-23 के नेता कोई कड़ा बयान जारी करते हैं, तो पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस के लिए नई परेशानी खड़ी हो जाएगी.
राहुल गांधी ने यह दिया था बयान
वायनाड के दौरे पर गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को तिरुवनंतपुरम में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था, ‘पहले के 15 साल मैं उत्तर भारत से सांसद था. मुझे वहां दूसरी तरह की राजनीति का सामना करना पड़ता था. केरल आना मेरे लिए ताजगी भरा रहा, क्योंकि यहां के लोग मुद्दों की राजनीति करते हैं. खास बात यह है कि यहां के लोग सिर्फ सतही नहीं, बल्कि मुद्दों की तह तक जाते हैं’. राहुल के इस बयान से देश में उत्तर बनाम दक्षिण बहस छिड़ गई है.
गुलाम नबी आजाद को सम्मान नहीं देने पर भी नाराजगी
कहा जा रहा है कि असंतुष्ट नेता इस बात से भी नाराज हैं कि गुलाम नबी आजाद के साथ सम्मानपूर्ण व्यवहार नहीं हुआ. वह हाल ही में राज्यसभा से रिटायर हुए लेकिन कांग्रेस हाई कमान ने उनके लिए कोई सम्मान नहीं दिखाया. पार्टी के एक नेता ने कहा कि जब दूसरी पार्टियां आजाद को सीट देने की पेशकश कर रही थीं, प्रधानमंत्री उनकी तारीफ कर रहे थे तब कांग्रेस के नेतृत्व ने उनके प्रति कोई सम्मान नहीं दिखाया