DESK : पिछले कुछ दिनों से भारत की सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत अपनी सुविधायों से ज्यादा दुर्घटनाओं के कारण चर्चा में रहा है। विशेषकर अहमदाबाद और मुंबई के बीच शुरू हुए इस ट्रेन के साथ लगातार हादसे हुए हैं। जिसके बाद अब ऐसी घटनाएं न हो, इसके लिए पश्चिम रेलवे (डब्ल्यूआर) विशेष व्यवस्था करने जा रहा है। दावा है कि इस व्यवस्था के बाद न सिर्फ वंदे भारत, बल्कि किसी भी ट्रेन के आगे कोई मवेशी नहीं आएगा।
पूरे रूट पर लगाएंगे बाड़
पश्चिमी रेलवे ने फैसला लिया है कि मुंबई-अहमदाबाद मार्ग पर बाड़ लगाएगा ताकि जानवरों को पटरियों पर भटकने से रोका जा सके और ट्रेन से कुचलने से उन्हें बचाया जा सके। बताया गया कि अगले साल मई माह तक बाड़ लगाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। पश्चिम रेलवे के अधिकारियों के अनुसार, स्टेनलेस स्टील की बाड़ जमीन से 1.5 मीटर की ऊंचाई पर "डब्ल्यू-बीम" की संरचना होगी।
264 करोड़ रुपए होंगे खर्च
पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार मिश्रा ने शुक्रवार को यहां चर्चगेट स्थित रेलवे जोन के मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि 620 किलोमीटर लंबे मार्ग पर बाड़ के निर्माण के लिए निविदाएं आमंत्रित की गई हैं, जिस पर 264 करोड़ रुपए खर्च होने की उम्मीद है। मिश्रा ने बताया, हम इसे (डब्ल्यू-बीम) 1.5 मीटर की ऊंचाई पर स्थापित करने जा रहे हैं। फायदा यह है कि लोग इसे पार कर सकते हैं लेकिन जानवर नहीं।
गुजरात के गांधीनगर और देश की आर्थिक राजधानी के बीच 30 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना की गई तीसरी सेमी हाई-स्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस अब तक चार बार मवेशियों से टकरा चुकी है। ताजा घटना गुरुवार शाम गुजरात के उदवाड़ा और वापी स्टेशनों के बीच हुई।