बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

अब केन्या के वेंकटेश्वर मन्दिर में मिलेगा महावीर मन्दिर का नैवेद्यम, प्रसाद बनानेवाली टीम के प्रमुख आर शेषाद्री नैरोबी रवाना

अब केन्या के वेंकटेश्वर मन्दिर में मिलेगा महावीर मन्दिर का नैवेद्यम, प्रसाद बनानेवाली टीम के प्रमुख आर शेषाद्री नैरोबी रवाना

PATNA : महावीर मन्दिर का सुप्रसिद्ध नैवेद्यम बनानेवाली टीम के प्रमुख आर शेषाद्री केन्या की राजधानी नैरोबी के श्री कल्याण वैंकटेश्वर मन्दिर में नैवेद्यम और अन्य भोग प्रसाद बनाएंगे। तिरुपति बालाजी की तर्ज पर स्थापित इस मन्दिर में तिरुपति की तरह ही शारदीय नवरात्रि के अवसर पर वैंकटेश्वर नवरात्रि ब्रह्मोत्सवम आयोजित होता है। मन्दिर प्रबंधन ने महावीर मन्दिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल से पत्राचार द्वारा शेषाद्री को नैरोबी भेजने का अनुरोध किया था। शेषाद्री शनिवार को नैरोबी के लिए रवाना हो गए। 

आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि श्री कल्याण वैंकटेश्वर मन्दिर की संचालन समिति के अध्यक्ष डाॅ पी वी संबाशिव राव ने पत्र भेजकर अनुरोध किया था। इस पत्र में मन्दिर ट्रस्ट के ट्रस्टियों की ओर से मन्दिर में आयोजित हो रहे ब्रह्मोत्सवम के दौरान नैवेद्यम और प्रसाद बनाने के लिए शेषाद्री की सेवाएं लेने का अनुरोध किया गया था। पटना से नैरोबी आने-जाने और वहां ठहरने आदि का सारा प्रबंध श्री कल्याण वैंकटेश्वर मन्दिर प्रबंधन की ओर से किया गया है। आर शेषाद्री को नैरोबी के इस मन्दिर की ओर से वर्ष 2015  से ही आमंत्रित किया जा रहा है।  पिछले साल कोरोना संक्रमण के कारण वे नहीं जा सके थे। मन्दिर में यह ब्रह्मोत्सवम 6 से 16 अक्टूबर तक आयोजित होगा। जानकारी के अनुसार तिरुपति बालाजी मन्दिर से अलंकार और वेद पाठ के लिए 2-2 यानी कुल चार लोगों को भी नैरोबी आमंत्रित किया गया है। 

श्री वैंकटेश्वर स्वामी वरी ब्रह्मोत्सवम या श्रीवारी ब्रह्मोत्सवम को ही वैंकटेश्वर नवरात्रि ब्रह्मोत्सवम के नाम से भी जाना जाता है। इस आयोजन में मन्दिर में पीठासीन देवता भगवान वैंकटेश्वर, उनकी पत्नी श्रीदेवी और भूदेवी के उत्सव मूर्ति को मन्दिर के आसपास की सड़कों पर कई वाहनों में जुलूस के रूप में ले जाया जाता है। तिरुमाला की कथा के अनुसार इस उत्सव का आयोजन करने के लिए स्वयं ब्रह्मा पृथ्वी पर अवतरित होते हैं। भारत के तिरुपति बालाजी में यह आयोजन भव्य स्वरूप में काफी श्रद्धा और भक्ति के साथ आयोजित होता है।

Suggested News