NEW DELHI : भारतीय रेलों में एक्सप्रेस ट्रेनों के जनरल बोगियों को लेकर रेलवे एक बड़ा बदलाव करने जा रहा है। अब रेलवे लंबी दूरी के ट्रेनों में सामान्य सीटोंवाले जनरल बोगियों की जगह नए और आधुनिक कोच लगाने जा रही है। जो पूरी तरह से वातानुकूलित होंगे और इसमें लोगों की बैठने की क्षमता वर्तमान के जनरल बोगियों की तुलना में अधिक होगी। अब जनरल क्लास में भी टिकट रिजर्व कराकर एसी सफर किया जा सकेगा.
रेलगाड़ियों में बिना एसी वाले जनरल क्लास (General Class Train Coach) की बोगी अब जल्दी ही इतिहास की बात हो जाएगी.रेल मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, अभी जरनल सेकेंड क्लास कोच में करीब 100 यात्री बैठ सकते हैं. इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर काम आगे बढ़ चला है. इन कोचेज में सफर सस्ता होगा. इससे उन यात्रियों का सफर आसान होगा जो वातानुकूलित यान में सफर करने के लिए महंगी टिकटें नहीं खरीद सकते. यानी गरीब रथ जैसा किराया देकर वो जनरल कोच में सफर कर सकते हैं.
कपूरथला में हो रहा है निर्माण
फर्स्ट एसी से लेकर जनरल क्लास एसी तक ये डिब्बे पंजाब के कपूरथला की रेलवे कोच फैक्ट्री में बनाए जा रहे हैं. राजधानी, शताब्दी और वंदे भारत जैसी प्रीमियर ट्रेन के अलावा अन्य ट्रेनों में कोविड संकट से पहले इस्तेमाल होने वाले अनारक्षित कोच अब आरक्षण युक्त और एसी सर्विस से लैस होंगे ताकि आम रेल यात्री बिना जेब हल्की किए किसी भी मौसम में सुकून भरा सफर कर सकें.
रेलवे ने करीब पांच साल पहले 2016 में जनरल सेकेंड क्लास कोच को अपग्रेड कर अनारक्षित श्रेणी के यात्रियों के लिए दीन दयालु कोच की शुरुआत की थी. दीन दयालु कोच में यात्रियों को लगेज रैक, पैडेड सीट, कोच हुक, आक्वा गार्ड स्टाइल वाला वॉटर फिल्टरेशन सिस्टम, बायो टॉयलेट, अधिक मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट, टॉयलेट बिजी होने वाले इंडिकेटर, पानी के लेवल का इंडिकेटर जैसी सुविधाएं दी गई थी. अब उससे भी कुछ कदम आगे के सफर पर रेल विभाग बढ़ चला है.