दिल्ली. देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में इन दिनों कुछ तेजी आई है. इसे लेकर न सिर्फ केंद्र बल्कि राज्य सरकारें भी परेशान हैं. स्थिति की गम्भीरता को देखते हुए अब कुछ राज्य सरकरों ने सख्त निर्णय लेने का मन बनाया है. खासकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चाहते हैं जिन लोगों ने 31 जनवरी तक कोरोना टीके की दोनों डोज नहीं ली उनके 1 फरवरी से घर से बाहर निकलने पर रोक लगा दी जाए.
शुक्रवार को राजस्थान में कोरोना के खतरे को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वास्थ्य अधिकारियों और मंत्रियों के साथ बैठक की। करीब 3 घंटे तक चली इस बैठक में गहलोत ने कहा कि हमारा प्रयास 31 जनवरी तक राज्य के सभी लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगाने की होनी चाहिए.
इसी दौरान उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन को लेकर हमें सख्ती करनी होगी. सूत्रों का कहना है कि गहलोत ने तल्ख लहजे में कहा कि जिन लोगों ने 31 जनवरी तक टीके की दोनों डोज नहीं ली उनके घर से बाहर निकलने पर रोक लगानी चाहिए. इसके लिए उन्होंने समय सीमा भी निर्धारित करते हुए कहा कि 1 फरवरी से इसे लागू किया जाए.
हालाँकि इसे लागू नहीं किया गया है, बल्कि यह सिर्फ बैठक में विचार के रूप में आया. इस बीच गहलोत ने अधिकारियों से इस संबंध में नई गाइडलाइन जारी करने को भी कहा. कोरोना के बढ़ते मामलो को देखते हुए संभव है कि आने वाले दिनों में राजस्थान सहित अन्य राज्य सरकारें कुछ सख्त निर्णय लें. इस बीच 3 जनवरी से प्रदेश में नाइट कर्फ्यू को लेकर सख्ती शुरू होगी.
पिछले 24 घंटों के दौरान देश में कोरोना के मामलों में यकायक वृद्धि हुई है. इसमें न सिर्फ कोरोना बल्कि ओमिक्रोन से संबंधित मामले भी शामिल हैं. यहाँ तक कि शुक्रवार को राजस्थान में एक व्यक्ति की ओमिक्रोन से मौत भी हो गई.