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अब नहीं होगी किल्लत : आज आधी रात से बिहार को एनटीपीसी बाढ़ से मिलने लगेगा 401 मेगावाट से भी अधिक बिजली, तीसरा यूनिट भी होगा आरंभ

अब नहीं होगी किल्लत : आज आधी रात से बिहार को एनटीपीसी बाढ़ से मिलने लगेगा 401 मेगावाट से भी अधिक बिजली, तीसरा यूनिट भी होगा आरंभ

पहले की दोनों यूनिटों से बिहार को मिल रहा 1198 मेगावाट बिजली 

राज्य की विद्युत आवश्यकताओं को पूरा करने में होगा मददगार :एनटीपीसी  

PATNA :  एनटीपीसी बाढ़ थर्मल पावर स्‍टेशन के  660 मेगावाट की तीसरी इकाई से वाणिज्‍यिक प्रचालन की उद्घोषणा के साथ ही  इस प्लांट की तीसरी इकाई से विद्युत उत्‍पादन आज (दिनांक 12 नवंबर 2021 की) मध्य रात्रि 00:00 बजे शुरू हो जाएगा। बिजली प्लांट की किसी इकाई से वाणिज्यिक प्रचालन की उद्घोषणा करना अर्थात भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के द्वारा निर्धारित आवंटन के अनुरूप संबन्धित विद्युत इकाई से विद्युत उत्पादित कर लाभार्थी  राज्य को विद्युत की आपूर्ति शुरू करना ।पर्यावरणनुकुल सुपरक्रिटिकल तकनीक पर आधारित 660 मेगावॉट की  पाँच इकाईयों के साथ कुल 3300 मेगावॉट की स्थापित क्षमता वाला यह कोयला आधारित परियोजना बिहार के पटना जिले के बाढ़ अनुमंडल में अवस्थित है। भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय ने इस परियोजना की दोनों स्टेज से क्रमशः स्टेज -2 की 660 मेगावाट की दो इकाइयों से 90 प्रतिशत तथा स्टेज-1 की 660 मेगावाट की तीनों इकाइयों से 60% से भी अधिक  बिजली गृह राज्‍य बिहार को आबंटित की है, शेष बिजली झारखंड, ओड़िसा और सिक्‍किम राज्‍यों को आवंटित की गई है।उल्लेखनीय है कि इसके स्टेज 2 की 660 मेगावाट की दोनों  इकाईयों से विद्युत उत्पादन हो रहा है जिससे बिहार की वर्तमान में तय आवंटन के हिसाब से 1198 मेगावाट से भी अधिक विद्युत की आपूर्ति की जा रही है ।

बाढ़ परियोजना के कार्यकारी निदेशक व  परियोजना प्रमुख,एसएन. त्रिपाठी ने बताया कि “इस परियोजना की  660 मेगावॉट की तीसरी  इकाई के आज आधी रात से वाणिज्यिक उत्पादन के शुरुआत के साथ एनटीपीसी बाढ़ की कुल उत्पादन क्षमता 1320 मेगावाट बढ़कर 1980 मेगावाट हो गई है । इसके साथ ही इस यूनिट से अतिरिक्त 401 मेगावॉट विद्युत की आपूर्ति भी बिहार को आज आधी रात से होने लगेगी और यह यूनिट बिहार में बिजली की खपत में लगातार बढ़ रही मांग को पूरी करने में निश्चित तौर पर सहायक होगी । इस परियोजना की 660 मेगावॉट की चौथी व पांचवी इकाईयों का निर्माण कार्य भी  युद्ध स्तर पर जारी है, इन  यूनिट्स से भी तय समय के भीतर विद्युत उत्पादन  शुरू करने हेतु टीम बाढ़ प्रयासरत है ।“

इस अवसर पर इस उपलब्धि को साझा करते हुए एनटीपीसी पूर्वी क्षेत्र-1 के क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक,श्री प्रवीण सक्सेना के बताया कि “टीम बाढ़ व सहायक एजेंसियों ने कोरोना महामारी की चुनौतियों के बीच इस उपलब्धि को जिस कार्य कुशलता और परियोजना प्रबंधन के नए प्रतिमानों के साथ हासिल किया है वह अद्वितीय है तथा इसके लिए सभी संबंधित बधाई के पात्र हैं। हम सभी को टीम- स्प्रिट के साथ-साथ योजनाबद्ध तरीके से इसके चौथी व पाँचवे इकाईयों को भी समयबद्ध तरीके से लाने के लिए अभी से ही तय रणनीति के साथ आगे बढ़ना होगा ।“    

गौरतलब है कि वर्तमान में एनटीपीसी के पूर्वी क्षेत्र-1 के तहत बिहार,झारखंड एवं पश्चिम बंगाल में कुल 8 परियोजनाएं में से 7 परियोजनाओं की 9960 मेगावाट की विद्युत उत्पादन क्षमता है जबकि 4490 मेगावाट से भी अधिक की परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं। वर्तमान में एनटीपीसी से बिहार को 4575 मेगावाट से भी अधिक का विद्युत का आबंटन है।

देश की सबसे बड़ी बिजली कंपनी एनटीपीसी देश की 25 फ़ीसदी से भी अधिक बिजली जरूरतों को पूरा करने में एक अग्रणी व प्रभावी भूमिका निभा रही है और आर्थिक और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। वर्तमान में एनटीपीसी की 74 विद्युत संयंत्रों जिनमें 31 से भी अधिक अक्षय व  नवीकरणीय ऊर्जा  संबन्धित परियोजनाएं शामिल हैं, के माध्‍यम से 67657.5 मेगावाट की स्‍थापित क्षमता है। देश भर में स्‍थित कंपनी की विभिन्‍न  परियोजनाओं में 16,500 मेगावॉट की  थर्मल क्षमता से अधिक के अलावा 5000 से भी अधिक मेगावाट की सौर परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं। 

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