PATNA : नौकरी हो या ठेकेदारी किसी काम के लिए सबसे पहले चरित्र प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है जो कि थाने से मनाई जाती है चरित्र प्रमाण पत्र बनवाने के लिए लोगों को कई बार थाने के चक्कर लगाने पड़ते हैं फिर भी उनका काम नहीं हो पाता ऐसे भी अब राज्य की गृह विभाग ने चरित्र प्रमाण पत्र बनवाने को लेकर एक नई व्यवस्था लागू करने का निर्णय लिया है। अब चरित्र प्रमाण पत्र ईमेल या मोबाइल पर भेजे जाएंगे
राज्य सरकार द्वारा ऐसी व्यवस्था की जा रही है जिसके बाद अब प्रमाण पत्र लेने के लिए दफ्तर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी चरित्र प्रमाण पत्र सीधे उनके मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी पर भेजे जाएंगे। पिछले दिनों राज्य के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद की अध्यक्षता में इस पर फैसला लिया गया था। जिसके बाद सभी जिलों के डीएम और एसएसपी एसपी को यह सुविधा उपलब्ध कराने को कहा गया है।
बैठक के दौरान अपर मुख्य सचिव ने आरटीपीएस अप्लाई फॉर्म के माध्यम से चरित्र प्रमाण पत्र के निर्माण, निर्धारित अवधि से अधिक समय लगने, विलंब की सूरत में अपील दायर करने की व्यवस्था और दोषी पदाधिकारी कर्मियों पर दंड लगाने समेत पूरी प्रक्रिया की लगातार मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि चरित प्रमाण पत्र कि लोगों को अक्सर जरूरत पड़ती है। नौकरी पेशा के साथ ही राज में ठेकेदारी के लिए भी इसे अनिवार्य कर दिया गया है। राज्य सरकार से जुड़े किसी भी तरह के ठेका लेने के लिए चरित्र प्रमाण पत्र जरूरी है।
पिछले साल भी जारी हुआ था आदेश
लोगों को उनके चरित्र प्रमाण पत्र घर बैठे दिए जाने के लिए यह व्यवस्था पिछले साल भी करने की कोशिश की गई थी। गृह विभाग पिछले ढाई माह से इस व्यवस्था का ट्रायल कर रहा था जो भी सफल रहा। जिसके बाद कहा गया था कि अब एक नवंबर से पूरे राज्य में शत प्रतिशत चरित्र प्रमाण पत्र आनलाइन उपलब्ध कराने की व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। चरित्र प्रमाण पत्र बनाने की आनलाइन व्यवस्था की मानीटरिंग आइजी व डीआइजी के स्तर से की जाएगी। लेकिन फिर सारी तैयारी फेल हो गई।