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कंचनजंगा रेल हादसे में अबतक 9 यात्रियों के मरने की हुई आधिकारिक पुष्टि, रेलवे ने कहा-मालगाड़ी के ड्राईवर ने की सिग्नल की अनदेखी

कंचनजंगा रेल हादसे में अबतक 9 यात्रियों के मरने की हुई आधिकारिक पुष्टि, रेलवे ने कहा-मालगाड़ी के ड्राईवर ने की सिग्नल की अनदेखी

KISHANGANJ/SILIGURI : कंचनजंगा एक्सप्रेस सोमवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गई। न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन से 10 किमी दूर रंगापानी के पास निजबारी क्षेत्र में ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हुई है।  इस घटना में अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। घायलों की संख्या सौ से ज्यादा है। कंचनजंगा के तीन डिब्बे प्रभावित हुए है।  दुर्घटना के चार घंटे बाद कंचनजंगा एक्सप्रेस के टूटे हुए हिस्से को तोड़कर सियालदह के लिए रवाना कर दिया गया। अस्पताल का जायजा लेने के बाद सांसद राजू बिष्ट ने कहा की मरने वाली की संख्या 9 हो गई है। कई गंभीर है। जिसका इलाज चल रहा है। 

पूर्वी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने बताया कि यह भयानक ट्रेन हादसा सुबह 8:50 बजे हुआ। उन्होंने कहा की युद्धस्तर पर बचाव और राहत कार्य चलाया जा रहा है। फिर दोपहर 12:40 बजे कंचनजंगा एक्सप्रेस का बचा हुआ हिस्सा यात्रियों को लेकर मालदह के लिए रवाना हुआ। ट्रेन के सुबह 8:30 बजे तक सियालदह पहुंचने की उम्मीद है। यात्रियों को पानी और खाना दिया गया है। बचाव कार्य अभी भी जारी है। इस दिन कंचनजंगा एक्सप्रेस को सियालदह के लिए रवाना किया गया, लेकिन दुर्घटनाग्रस्त मालगाड़ी अभी भी लाइन में खड़ी है।  जिसके चलते इस रूट से ट्रेनों की आवाजाही अभी भी बंद है। इसके चलते लंबी दूरी की कई ट्रेनों को घुमाकर चलाने का निर्णय लिया गया है। 

पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने कहा कि सरायघाट एक्सप्रेस, गुवाहाटी बेंगलुरु एक्सप्रेस, एनजेपी-हावड़ा बंदेवरात एक्सप्रेस, कामरूप एक्सप्रेस, उत्तर बंगाल एक्सप्रेस एनजेपी, सिलीगुड़ी जंक्शन, बागडोगरा, अलुआबाड़ी होकर चलेंगी। इस रेल हादसे में  50 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, ये हादसा सुबह 9 बजे के आसपास हुआ। कंचनजंगा एक्सप्रेस अगरतला से सियालदाह जा रही थी। तभी पीछे से आ रही एक मालगाड़ी ने उसे टक्कर मार दी।

रेलवे बोर्ड की चेयरमैन जया वर्मा सिन्हा ने बताया कि मालगाड़ी के ड्राइवर (लोको पायलट) ने सिग्नल को पूरी तरह से अनदेखा किया था। इस दुर्घटना में ड्राइवर और ट्रेन के गार्ड की भी मौत हो गई है। ये इस साल का अब तक का सबसे बड़ा रेल हादसा है। इससे पहले पिछली साल जून में ही ओडिशा के बालासोर में बड़ा हादसा हुआ था। तब कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी। इस हादसे में लगभग तीन सौ लोगों की मौत हो गई थी।

किशनगंज से साजिद हुसैन की रिपोर्ट


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