जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक को पारित किए जाने के साथ लोकसभा के सत्र का मंगलवार को समापन हो गया। इसके साथ ही लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। जिसके बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा कि यह एक एतिहासिक सत्र था। इसमें 36 बिलों को पास किया गया। साल 1952 के बाद यह एक रिकॉर्ड है।
ओम बिड़ला ने कहा कि 17वीं लोक सभा के पहले सत्र का आज अवसान हो रहा है। 1952 से अब तक के इतिहास में इस सत्र में उल्लेखनीय कामकाज हुआ। उन्होंने कहा कि 1952 के बाद पहली बार है जब सदन का व्यवधान शून्य रहा और इसमें सदन के सदस्यों की अहम भूमिका है।
ओम बिड़ला ने कहा कि इस सत्र में अब तक सबसे ज्यादा, 36 विधेयक पारित किए गए, एक हजार से ज्यादा लोक हित के मुद्दे शून्यकाल में उठाए गए। इस सत्र में केंद्र की एनडीए सरकार मुस्लिम महिलाओं के अधिकार वाले तीन तलाक विधेयक को पारित कराने में सफल रही।
इसके अतिरिक्त जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 को हटाने का फैसला भी इसी सत्र में लिया गया और सरकार ने जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक पारित कराने में सफल रही। इसके अतिरिक्त सूचना का अधिकार संशोधन विधेयक, राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग विधेयक जैसे महत्वपूर्ण विधेयकों को भी इस सत्र में पारित करा लिया गया।