PATNA : बिहार में राज्यसभा के पांच सीटों के लिए होनेवाले चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां सक्रिय हो गई हैं। इनमें जदयू, राजद, भाजपा के साथ जीतन राम मांझी की पार्टी भी राज्यसभा में अपना कैंडिडेट भेजने की तैयारी में लगी है। बीते सोमवार को मांझी ने खुलकर इस पर चर्चा की थी। जिसमें उन्होंने पार्टी के लिए राज्यसभा की एक सीट की मांग की थी। अब मांझी के इस मांग पर उनके करीबी और बिहार के मुख्यमंत्री ने अपना जवाब दे दिया है। यह जवाब भी ऐसा है, जिसे सुनने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री की टेंशन बढ़नी तय है।
सीएम ने कहा - मांगने दीजिए
जीतन राम मांझी की राज्यसभा की एक सीट की मांग पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक लाइन में स्पष्ट कर दिया कि कोई कुछ भी मांग सकता है, मांगने में क्या जाता है। इतना कहने के बाद वह अपनी गाड़ी में बैठ कर रवाना हो गए। बहरहाल, मुख्यमंत्री के इस जवाब ने साफ कर दिया है कि वह बिहार में हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा को राज्य सभा का कोई सीट देने के पक्ष में नहीं है। ऐसे में अब जीतन राम मांझी का अगल कदम क्या होगा. इस बात का इंतजार है।
विधान परिषद में भी नहीं दी थी जगह
राज्य सभा से पहले बिहार विधान परिषद के 24 सीटों पर हुए चुनाव में भी मांझी की पार्टी को एनडीए की दोनों प्रमुख पार्टियों ने कोई सीट नहीं दिया था। जबकि पशुपति पारस की लोजपा को एक सीट दिया गया था। वहीं सीट नहीं मिलने के कारण एनडीए का हिस्सा रहे वीआईपी ने गठबंधन के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतार दिए थे।