BETTIAH : बेतिया नगर परिषद के द्वारा समय-समय पर बेतिया शहर को दुधिया रौशनी से जगमगाने का दावा किया जाता रहा है. इसके लिए लाखों-करोड़ों के बजट के साथ कई कम्पनी द्वारा बेतिया नगर में युद्ध स्तर पर एलईडी और हाई मास्ट लाइट बेतिया के सभी वार्डों में लगाया गया है. कहीं-कहीं तो एक के जगह दो और कहीं कहीं तीन-चार भी साथ में लगाए गए हैं. इतना होने के बाद भी बेतिया को दुधिया करने की योजना धरातल से परे है.
जब NEWS4NATION ने बेतिया नगर की पड़ताल की तो एक बात सामने आई कि नगर सभापति महोदया का वार्ड नंबर 24 दुधिया रौशनी से जगमग है. यानि सभापति महोदया अपनी वार्ड का बखूबी ध्यान रखती हैं. लेकिन अन्य वार्डो का जो हाल सामने है. उसके लिए आखिर कौन जिम्मेवार होगा? सूत्रों के हवाले जानकारी प्राप्त हुई है कि सभी संबंधित कंपनियों को लाइट लगाने के साथ ही साथ उसके मरम्मति के लिए भी मोती नगर परिषद की ओर से दी जाती है. लेकिन संबंधित कंपनी अपने इस शर्तों पर कभी खरी नहीं उतरती है. राज देवढ़ी राजा के मुख्य द्वार से लेकर लाल बाजार होते हुए सोवा बाबू चौक से अवंतिका चौक मीना बाजार की सारी लाइटें खराब पड़ी है. सागर पोखरा से होते हुए सक्रिट हाउस के रास्ते जिला एवं सत्र न्यायाधीश के आवास से होते हुए मुहर्रम चौक तक घनघोर अंधेरा पसरा रहता है. मुहर्रम चौक से हरिवाटिका चौक तक कई लाइटें खराब पड़ी है, जिसमें हाइ मास्ट लाइटें भी शामिल हैं. मुहर्रम चौक से पश्चिम पिंजरा पौल गौशाला तक सभी लाइटें बंद पड़ी है. जब संबंधित एजेंसियों को मरम्मत के लिए रखा गया है तो फिर क्यों नहीं उनसे उनके इस कार्य को कराया जाता है. यह सवालों के घेरे में है. लाइट जो भी खराब होती है उसे उसी हाल में छोड़ कर वहीं दूसरी लाइट लगा दी जाती है. आखिर यह सरकारी राशियों का दुरूपयोग नहीं तो और क्या हो सकता है. खराब के मरम्मति का भुगतान करने के बाद लाइट खराब रहती है और दूसरी लगा कर राशि का सदुपयोग कर ली जाती है.
बेतिया से आशीष की रिपोर्ट