NEW DELHI : आज से नई दिल्ली में संसद का शीतकालीन सत्र आरंभ हो रहा है। इस सत्र की जो सबसे खास बात होगी कि पहले ही दिन सरकार तीनों विवादित कृषि कानून को वापस लेने के लिए सदन में प्रस्ताव रखेगी। माना जा रहा है कि आज ही सरकार के इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाएगी। हालांकि इसके बाद भी सरकार की मुश्किलें कम नहीं होगी। विपक्ष ने साफ संकेत दिए हैं कि इसी सत्र में एमएसपी को लेकर कानून बनाने के लिए सरकार पर दबाव बनाएगी।
इससे पहले शीतकालीन सत्र से पहले केंद्र सरकार द्वारा रविवार को बुलायी गयी। आयोजित सर्वदलीय बैठक में 31 दल शामिल हुए। हालांकि बैठक में प्रधानमंत्री उपस्थित नहीं हुए। सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने सरकार के सामने किसानों के मुद्दों को उठाया. एमएसपी तय किये जाने को लेकर सभी दलों ने सरकार से बिल लाने को कहा. इसके अलावा विपक्ष ने सर्वदलीय बैठक में पेगासस जासूसी कांड, महंगाई, किसानों, बेरोजगारी, लद्दाख में चीन के अतिक्रमण सहित कुछ अन्य मुद्दों को उठाया और चर्चा कराने की मांग की.
रचनात्मक मुद्दों पर सरकार के साथ
विपक्ष ने सरकार को यह आश्वासन भी दिया है कि वे रचनात्मक मुद्दों पर सरकार को अपना समर्थन देंगे. वे अनावश्यक सत्र को बाधित नहीं करेंगे. बैठक के बाद राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, सर्वदलीय बैठक में 15-20 महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई.
गौरतलब है कि संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू हो रहा है और यह अगले महीने 23 दिसंबर तक चलेगा. सोमवार के लिए सरकार ने कृषि बिल को रद्द करने के लिए विधेयक को सूचीबद्ध किया है. इसके अलावा क्रिप्टोकरेंसी सहित कुल 26 विधेयक को इस सत्र में पेश किया जायेगा.