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व्यापारी मनीष गुप्ता हत्याकांड में फरार चल रहा एक लाख ईनामी दारोगा गिरफ्तार, खुलेंगे कत्ल के सारे राज

व्यापारी मनीष गुप्ता हत्याकांड में फरार चल रहा एक लाख ईनामी दारोगा गिरफ्तार, खुलेंगे कत्ल के सारे राज

KANPUR : कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता हत्या मामले (Manish Gupta murder case) में फरार छठे फरार दारोगा विजय यादव (Vijay Yadav) को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. कैंट पुलिस ने फरार पुलिसकर्मी को रेलवे म्यूजियम के पास से गिरफ्तार किया। दारोगा की गिरफ्तारी पर एक लाख का इनाम घोषित किया गया था। अब मनीष गुप्ता हत्या मामले में सभी नामजद छह आरोपी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी हो गई है। इनमें रामगढ़ताल थाने के पूर्व प्रभारी जेएन सिंह, दारोगा अक्षय मिश्रा, दारोगा राहुल दुबे, सिपाही प्रशांत और कमलेश यादव शामिल हैं। पूर्व में गिरफ्तार सभी आरोपी जिला जेल में बंद हैं।

हाईकोर्ट में दी थी चुनौती

बताया गया है कि गिरफ्तारी से बचने को लेकर दारोगा विजय यादव ने हाईकोर्ट में पुलिस की एफआईआर को चुनौती दी थी। वहीं पुलिस का दावा है कि कोर्ट में सुनवाई से पहले ही पुलिस ने फरार इनामी दारोगा विजय यादव को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद दारोगा विजय यादव को पुलिस ने कानपुर की एसआईटी के सुपुर्द किया है। बताया जा रहा है कि पूछताछ के बाद आरोपी दारोगा विजय यादव को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जायेगा.

होटल में हुई घटना को लेकर पूछताछ

फिलहाल,एसआईटी रामगढ़ताल थाने पर आरोपी दारोगा से घटना के बाबत पूछताछ कर रही है. खासकर एसआईटी यह जानने की कोशिश कर रही है कि आखिर घटना के दिन होटल कृष्णा पैलेस में क्या कुछ हुआ था। 

होटल में पुलिस की पिटाई से हुई थी मनीष की मौत, होनी है सीबीआई जांच

गौरतलब है कि रामगढ़ताल थाना के कृष्णा पैलेस के होटल नंबर 512 में बीते 27 सितंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की मौत हो गई थी. मनीष की मौत को लेकर शुरूआत में एसएसपी गोरखपुर ने उसे हादसा बताया था. हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट एसएसपी के बयान से उलटा साबित होने पर मृतक की पत्नी मीनाषी गुप्ता ने योगी सरकार के मदद की गुहार लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की थी. जिस पर मुख्यमंत्री योगी ने सीबीआई जांच के संस्तुति करने के साथ ही केस ट्रांसफर किए जाने तक पूरे प्रकरण की जांच एसआईटी से कराने का निर्देश दिया था।



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