Desk… उत्तरप्रदेश की पुलिस बहुत बेरहम है मानवता नाम की कोई चीज तो उत्तरप्रदेश पुलिस में बची ही नहीं अगर उत्तरप्रदेश पुलिस से कोई काम करवाना है तो पैसा फेंको तमाशा देखो ये हम नहीं देख रहें हैं. ये हम नहीं कह रहें है ये खबर कह रही है उत्तर प्रदेश में कानून की स्थिति का आप अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि एक बाप अपनी बेटी को ढूंढने के लिए पुलिस की मिन्नतें मांगता रहा, पुलिस ने बेटी को ढूंढने के लिए एक लाख रुपये की डिमांड की, बाप के पास पैसे नहीं थे, उसने घर जाकर फांसी लगाना मुनासिब समझा.
बाप की मौत के बाद अब अफसर कार्रवाई की बात कर रहे हैं.खबर बरेली से है जहां सोमवार से लापता बेटी को खोजने के लिए पुलिस ने बेटी के पिता से एक लाख रूपए मांगे परेशान पिता ने खुद को फांसी लगा ली. मृतक का नाम शिशुपाल है. वो बरेली के मऊ चांदपुर गांव के रहने वालें थें. जानकारी के मुताबिक शिशुपाल की 22 वर्षीय बेटी कई दिनों से लापता है.
परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि शिशुपाल से रामनगर पुलिस चौकी प्रभारी राम रतन सिंह ने एक लाख रुपये की मांग की थी. चौकी प्रभारी ने यह पैसा शिशुपाल की अपहरण की गई 22 वर्षीय बेटी को खोजने के लिए मांगा था. एसएसपी रोहित सिंह सजवान ने कहा कि सब-इंस्पेक्टर को चौकी से हटा दिया गया है और पैसे मांगने के आरोपों की जांच की जा रही है.