पटना : बिहार में कोरोना महामारी के लगातार फैलता जा रहा है. बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 70 पहुंच गई है.सरकार कोरोना पर लगाम लगाने में लगी है लेकिन इस बीच नियोजित शिक्षकों की मांग ने भी सरकार की मुसीबत बढ़ा दी है.
कोरोना काल में लगातार नियोजित शिक्षकों की की मांग की बीच एक और नियोजित शिक्षक की मौत हो गई है. प्रदेश मे अबतक 46 नियोजित शिक्षक हड़ताल के दौरान दम तोड़ चुके हैं. आज मुजफ्फरपुर जिले में एक और नियोजित टीचर ने दम तोड़ दिया. बताया जाता है कि डुमरी मुशहरी प्राथमिक विद्यालय में पढ़ान वाले विनोद कुमार की मौत हो गई है. नियोजित शिक्षक की मौत के बाद नियोजित शिक्षकों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है.
नियोजित टीचर लगातार अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं सरकार भी लगातार उनसे यह कह रही है कि वो चाहे तो अपना योगदान दे सकते हैं. हाल ही मैं शिक्षा मंत्री ने कहा था कि वो योगदान देना चाहें तो वाट्सअप से जरिए अपनी सहमति दे सकते हैं.
लेकिन इनसब के बीच नियोजित शिक्षकों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है. अबतक 46 नियोजित शिक्षकों ने दम तोड़ा दिया है. नियोजित शिक्षकों का कहना है कि सरकार और कितनी लाश देखने के बाद जागेगी?