पटना. विश्वेश्वरैया भवन में बुधवार को लगी भीषण आग के दौरान झुलसने से घायल हुए एक व्यक्ति की गुरुवार को उपचार के दौरान मौत हो गई. पीड़ित व्यक्ति के घटना के दौरान आग की लपटों में फंस गया था जिसे अग्निशमन विभाग के कर्मियों ने बचाया था. बाद में उसे पीएमसीएच के बर्न वार्ड में उपचार के लिए दाखिल कराया गया लेकिन गुरुवार को उसने दम तोड़ दिया. इस हादसे में यह पहली मौत है.
विश्वेश्वरैया भवन में लगी आग के दौरान दो अन्य बच्चो को भी बचाया गया था. दोनों बच्चा भी आग से प्रभावित माले पर फंस गया था लेकिन उसे वहां से सुरक्षित बाहर निकाला गया. हालाँकि भवन से रेस्क्यू किए गए एक अन्य व्यक्ति ने गुरुवार को दम तोड़ दिया. बुधवार को विश्वेश्वरैया भवन में लगी आग से भवन के तीन फ्लोर बुरी तरह प्रभावित हुए थे. तीनों फ्लोर पर फैली आग को नियंत्रित करने में करीब 10 घंटों का समय लग गया था. घटना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी स्थिति का जायजा लिया. कहा जा रहा है कि आग शार्ट सर्किट से लगी.
वहीं, आग कैसे लगी इसकी जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है. भवन निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कुमार रवि ने स्वयं घटना स्थल पर जाकर पूरे मामले की छानबीन की. बताया कि प्रथमदृष्टया शॉर्ट सर्किट से आग लगने की बात सामने आ रही है. घटना की जांच करायी जाएगी.
तकनीकी सचिवालय यानी विश्वेश्वरैया भवन में हुए अग्निकांड की जांच के लिए विभाग ने अभियंता प्रमुख, भवन निर्माण विभाग की अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन किया है. इस जांच कमेटी में मुख्य अभियंता, इलेक्ट्रिकल, मुख्य अभियंता, भवन निर्माण, पटना, अधीक्षण अभियंता, पटना एवं अगलगी से संबंधित विभागों के अधिकारियों को शामिल किया गया है. जांच कमेटी सरकारी कार्यालयों में हुए नुकसान का आकलन करेगी. साथ ही, भीषण अगलगी की घटना के बाद अब यहां दो दिन तक सभी विभागों के कर्मियों के आने पर रोक लगा दी गई है.