AURANGABAD : औरंगाबाद लोकसभा संसदीय क्षेत्र में औरंगाबाद विधानसभा के नेहुटा गांव स्थित बूथ संख्या 97 पर मात्र 3 वोट ही कास्ट हो पाए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि विकास से यह गांव कोसो दूर है और मूलभूत सुविधाओं से भी यह वंचित है। यहां के वोटरों की कुल संख्या की बात करे तो 944 वोटर हैं जिनमे पुरुष 524 जबकि महिला वोटर 420 की संख्या में मौजूद हैं। इस बारे में जब मतदान अधिकारी से बात की गई तो तब उन्होंने कहा कि वरीय अधिकारियों को इसकी सूचना दे दी गयी है, उनके निर्देशानुसार आगे की पहल की जाएगी।
वहीँ अति नक्सल प्रभावित औरंगाबाद जिले में लोकसभा चुनाव 2024 में यातायात के साधनों के अभाव का असर वोटिंग पर पड़ा। इस वजह से औरंगाबाद के मदनपुर प्रखंड में लंगुराही पहाड़ के दुर्गम जंगली इलाके के ढकपहरी गांव के मात्र चार वोटर ही 12 किलोमीटर की दूरी तय कर अपने बूथ पर पहुंचकर वोट डाला। क्योंकी इनका बूथ इनके गांव से करीब 12 किमी. दूर है और औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र में ऐसा कई गांव है,जिसकी गांव से बूथ की दूरी काफी है।
यह बूथ मदनपुर के राजकीय मध्य विद्यालय छालीदोहर- सड़ियार में स्थित है, जिसका बूथ नंबर 367 है। अति नक्सल प्रभावित इस इलाके में सीआरपीएफ का कैंप है और कैंप तक जाने के लिए सड़क भी नक्सल ऑपरेशन को संचालित करने के उदेश्य को पूरा करने के लिए ही बनी है।
इस रास्ते में पड़ने वाले लंगुराही, पचरुखिया, ढ़कपहरी एवं अन्य गांवों के लोग इसी रास्ते का आवागमन के लिए इस्तेमाल करते है। इसी रास्ते का इस्तेमाल करते हुए गांव के सैकड़ों वोटर में से महज चार वोटर 12 किमी. की दूरी पैदल तय कर बूथ पर आए और लोकतंत्र के मतदान के महापर्व में अपनी भूमिका का निर्वहन किया।
औरंगाबाद से दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट