लालू के करीबी ही MY समीकरण में लगा रहे सेंध, बीजेपी ने आनन- फानन में लांच किया मिशन यादव

PATNA : दुनिया जानती है कि बिहार में एमवाई का मतलब लालू यादव और तेजस्वी यादव है. चट्टान की तरह मुस्लिम-यादव का यह समीकरण हर वक्त आरजेडी के साथ खड़ा रहा है. लेकिन, आगामी लोकसभा चुनाव में एमवाई वाला चट्टान साथ खड़ा रहेगा क्या. ये सवाल इसलिए क्योंकि बिहार की सियासत बदल रही है. खासकर तेजस्वी यादव से लेकर आरजेडी नेताओं के हालिया बयान ने इसमें और छौंका लगाया है. इस बीच मध्य प्रदेश के नए सीएम मोहन यादव पटना आ रहे हैं.
आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में राममंदिर का उद्घाटन होना है. जिसको लेक राम मंदिर पर लालू यादव की पार्टी आरजेडी का हमला जारी है. जानकारों की मानें तो मुस्लिम-यादव के सहारे ही लालू यादव की सियासत खड़ी है. लेकिन एक हफ्ते में आरजेडी के तेजस्वी यादव, आरजेडी विधायक फतेह बहादुर सिंह और आरजेडी कोटे के मंत्री चंद्रशेखर ने मंदिर को लेकर जो बयान दिया है. वो बयान यादव समाज को पसंद नहीं आया है. यादव भगवान कृष्ण को मानते हैं और खुद को वंशज समझते हैं। खासकर बिहार का यादव तेजस्वी को सीएम हर हाल में बनाना चाहता है. पर दिल्ली में पीएम मोदी से सख्त परहेज नहीं है यानी कोई भारी गुस्सा नहीं है. ऐसे में हो सकता है कि आरजेडी के बैक टू बैक मंदिर वाले बयान कहीं एमवाई में से वाई को खसका न दे.
बहरहाल जो भी हो, बीजेपी पूरी तरीके से यादवों को लुभाने के लिए तैयार है. बिहार में बीजेपी मिशन 'Y' यानी मिशन यादव लांच करने जा रही है. लोकसभा चुनाव में यादव मतदाताओं को बीजेपी से जोड़ने के लिए 18 जनवरी को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव पटना आ रहे हैं. पार्टी के वरिष्ठ यादव नेताओं की ओर से श्रीकृष्ण चेतना मंच के बैनर तले मोहन यादव का सम्मान कार्यक्रम रखा गया गया है. सम्मान कार्यक्रम में यादव समाज के कई बड़े नेता, रिटायर्ड अधिकारी सम्मिलित होंगे। कार्यक्रम के बाद मोहन यादव के बीजेपी ऑफिस और इस्कान मंदिर भी जाने का कार्यक्रम है.
कुल मिलाकर कहें तो, मौजूदा वक्त और परिस्थिति में बिहार का यादव आरजेडी के साथ मजबूती के साथ खड़ा है क्या, इस पर स्पष्ट जवाब नहीं दिया जा सकता है. जानकारी बताते हैं लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इस बार यादव वोटबैंक कुछ हद तक छिटक सकता है और बीजेपी के खेमे में जा सकता है. यही वजह है कि बीजेपी यादवों को लुभाने के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को पटना बुला रही है.
2019 लोकसभा चुनाव बिहार में वोट शेयर
बीजेपी को 23.58 फीसदी, जेडीयू को 21.81 फीसदी, एलजेपी- 7.86 फीसदी, आरजेडी-15.36 फीसदी था. बिहार की 40 लोकसभा सीट में 39 सीट पर एनडीए उम्मीदवार की जीत हुई थी. फिर भी करारी हार के बाद भी आरजेडी का वोट प्रतिशत 15.36 था. जिसमें एमवाई का रोल ही अहम था. अगर इस बार 2024 लोकसभा चुनाव अगर एमवाई थोड़ा भी सिसका को बड़ा नुकसान आरजेडी का हो सकता है।