दूसरी महिला से संबंधों का किया विरोध, नाराज शौहर ने कर दी अपनी बेगम की बेरहमी से हत्या

SIWAN : अवैध संबंधों के कारण एक युवक ने अपनी पत्नी की गला घोंट कर हत्या कर दी। मंगलवार को मृतका का शव उसके मायके पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। उन्होंने कहा कि ससुराल में उसे लगातार प्रताड़ित किया जाता था।
सीवान के लकड़ी नवीगंज ओपी थाना क्षेत्र के लखनौरा हजरत अली की पुत्री की शादी विगत वर्ष 2014 में गोपालगंज जिले के बरौली थाना क्षेत्र के माधवपुर ओपी थाना क्षेत्र अंतर्गत सरेया नरेंद्र गांव में अफताब अलम के पुत्र तबरेज आलम से अपनी पुत्री की शादी शुभी खातून का किया था शादी के कुछ वर्ष बाद तबरेज अपनी पत्नी शुभी खातून के साथ बराबर मारपीट करता था और धमका कर रखता था और भी कई आरोप लगाते रहता था।
परिवार वालो का मानना है कि तबरेज का संबंध किसी अन्य स्त्री से है इसी लिए हमेशा पत्नी को प्रताड़ित करते रहता था । पत्नी भी इसका विरोध करती थी जिससे नाराज होकर वह जान से मार डालने की भी धमकी देता रहता था आखिरकार उसने 17 जुलाई को अपनी पत्नी शुभी खातून को पीट-पीटकर और रस्सी से गला दबाकर हत्या कर दी।सूचना मिलते ही मृतका के मायके वाले पिता शेख हजरत अली और माता नूरजहां खातून अपनी बेटी के ससुराल पहुंचे तो देखकर हैरान रह गए ।
घटना की सूचना पर गोपालगंज के माधोपुर ओपी पुलिस प्रभारी हरेंद्र प्रसाद घटनास्थल पर पहुंचते हुए शव को अपने कब्जे में ले लिया और गोपालगंज सदर अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया पोस्टमार्टम के बाद मृतका के पिता शेख हजरत अली अपनी बेटी का शव अपने गांव लखनौरा लेकर आते ही कोहराम मच गया।
मृतका शुभी खातून काफी मिलनसार एवं मृदुभाषी स्वभाव की थी उसके खोने का मलाल लोगों को नहीं जा रहा था उसे देख लोगों की आंखें नम हो जा रही थी इस घटना के बाद गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है वहीं मृतका की माता नूरजहां खातून भाई रियाज अहमद मोहम्मद सिराज बहन मुन्नी खातून और अन्य परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है
उक्त घटनाक्रम मामले में मृतका के पिता शेख हजरत अली ने गोपालगंज जिले के माधोपुर ओपी थाना प्रभारी हरेंद्र प्रसाद को लिखित आवेदन देकर अपने दमाद तबरेज आलम समधी आफताब आलम पूर्व मुखिया मेम तारा खातून साहित्य आधा दर्जन से अधिक लोगों को नामजद आरोपी बनाया है और इसकी सूचना डीआईजी छपरा सिवान गोपालगंज पुलिस कप्तान को भी दी है और उन्होंने कहा है कि न्याय संगत कार्रवाई नहीं हुई और आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो अपनी बेटी के हत्या का न्याय हेतु मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री डीजीपी और जरूरत पड़ने पर न्यायालय का भी शरण लेने को बाध्य होंगे।