PATNA : विधानसभा के प्रश्न काल के दौरान सिवान में लाभुकों को राशन का लाभ नहीं मिलने का मामला उठाया गया। राजद विधायक ललित यादव ने कहा कि प्रदेश में गरीबों को 12 माह में सिर्फ 6 माह का ही राशन दिया जा रहा है। वहीं दूसरे विपक्षी विधायक ने कहा कि पूरे बिहार में गरीबों का नाम राशन कार्ड में जुड़ा जा रहा है। जबकि अयोग्य लोगों का नाम जोड़ा जा रहा है। जिससे गरीब राशन से वंचित हो रहे हैं। इस दौरान विपक्षी विधायकों ने राशन कार्ड को लेकर जांच करवाने की मांग सदन से की।
मामले में सदस्यों के सवालों का जवाब देते हुए खाद आपूर्ति मंत्री लेसी सिंह कोरोना काल में 32 लाख लोगों का नाम जोड़ा गया है, यह निरंतर प्रक्रिया है। जहां तक सिवान जिले की बात है तो मेरे पास सिर्फ नौतन प्रखंड को लेकर सवाल आया था। गरीबों को अनाज पूरी पारदर्शिता के साथ वितरित किया जाता है। उन्होंने कहा कि बायोमेट्रिक के जरिए अनाज वितरण होता है। इसमें गड़बड़ी की कोई संभावना नहीं है।
मामले में मंत्री लेसी सिंह ने कहा कि राशन वितरण को लेकर किसी प्रकार की शिकायत है तो वह इसके बारे में पूरी जानकारी दें, इसकी जांच कराई जाएगी।