PATNA : नरेन्द्र मोदी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए विपक्षी दल जोर आजमाइश कर रहे हैं। इसके लिए सभी दल एकसुर से एकजुट होने की बात करते हैं लेकिन जब एकता दिखाने की बारी आती है तो उनकी राहें जुदा हो जाती हैं। भारत बंद से पहले एक बार फिर ऐसा हुआ है।
वाम दल संयुक्त प्रेस वार्ता से अलग
मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी एकता की कोशिशों को आज झटका लगा। 10 सितम्बर के भारत बंद को सफल बनाने के लिए आज कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में विपक्षी दलों की संयुक्त प्रेस वार्ता होनी थी। लेकिन वाम दलों ने इससे किनारा कर लिया। भारत बंद पर वाम दलों ने महागठबंधन से अलग बैठक की। हालांकि वाम दलों ने भारत को अपना समर्थन दिया है। नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में बढ़ती महंगाई के खिलाफ भारत बंद का आयोजन किया गया है।
कांग्रेस ने कहा, बेहतर है बच्चे स्कूल न जाएं
सदाकत आश्रम में आज कांग्रेस, राजद, समाजवादी पार्टी, लोकतांत्रिक जनता दल, हम के नेताओं ने भारत बंद को सफल बनाने के लिए संयुक्त प्रेसवार्ता की। कांग्रेस के नेता प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि इमजेंसी सेवा को बंद से मुक्त रखा गया है। 10 सितम्बर को बच्चे स्कूल न जाएं तो बेहतर होगा। दिन के 11 बजे गांधी मैदान में गांधी मूर्ति के पास महागठबंधन के सभी नेता एकत्र होंगे। वहां से नेताओं का जत्था पटना की सड़कों पर निकलेगा। कांग्रेस के प्रभारी प्रदेश अध्यक्ष कौकब कादरी ने कहा कि मोदी राज में पेट्रोल-डीजल 16.6 फीसदी महंगा हुआ है। लोग परेशान हैं और सरकार कान में तेल डाल कर सोयी हुई है। सोयी हुई सरकार को जगाने के लिए भारत बंद का आयोजन किया गया है।
आज शाम में मशाल जुलूस
राजद के प्रतिनिधि रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि शनिवार की शाम को मशाल जुलूस निकाल कर लोगों को बढ़ती महंगाई के मुद्दे पर जागरूक किया जाएगा। पेट्रोल –डीजल के दाम में आग लगी हुई है। सरकार इसे काबू में नहीं कर पा रही है। ऐसी कमजोर सरकार को सत्ता में रहने का हक नहीं है। महंगाई ज्वलंत मुद्दा है। इससे सभी लोग परेशान हैं। जनता से जुड़े मुद्दे को उठाने के लिए 10 सितम्बर को भारत बंद का आयोजन किया गया है।
REPORT BY VIVEKANAND