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Reliance Jio अब नहीं देगा फ्री सर्विस, कॉलिंग के लिए देना होगा चार्ज, पढ़िए पूरी खबर

Reliance Jio अब नहीं देगा फ्री सर्विस, कॉलिंग के लिए देना होगा चार्ज, पढ़िए पूरी खबर

News4Nation: Reliance Jio के आने के बाद टेलिकॉम कंपनियों के बीच बड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली। Jio ने यूजर्स को फ्री कॉलिंग, अनलिमिटेड इंटरनेट सर्फिंग जैसी सर्विस उपलब्ध कराईं। जिसके बाद अन्य टेलिकॉम कंपनियों ने Jio को टक्कर देने के लिए अपने कई मौजूद प्लान्स की कीमतों में कटौती की। इसके अलावा कई नए प्लान्स भी पेश किए गए। वहीं अब Reliance Jio ने एक बड़ी घोषणा की है जो कि कंपनी के यूजर्स को निराश कर सकती है। कंपनी ने जानकारी दी है कि अब Jio कॉलिंग के लिए फ्री सर्विस नहीं देगा।  

Reliance Jio ने अपनी घोषणा में कहा है कि अब यूजर्स केवल Jio से Jio के नेटवर्क पर ही फ्री कॉलिंग की सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। इसके अलावा अन्य ऑपरेटर्स के नेटवर्क पर कॉल करने पर चार्ज देना होगा। कंपनी ने जानकारी दी है कि अगर आप Jio के नंबर से किसी अन्य नेटवर्क पर कॉल करते हैं तो आपको 6 पैसा प्रति मिनट इंटरकनेक्ट यूसेज चार्ज (IUC) का भुगतान करना होगा। हालांकि कंपनी ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि इसके बदले वह अपने यूजर्स को इतना ही फ्री डाटा उपलब्ध कराएगा।  

बता दें कि IUC एक मोबाइल टेलिकॉम द्वारा अन्य टेलिकॉम ऑपरेटर्स को भुगतान की जाने वाली एक कीमत है। कंपनी ने यह भी जानकारी दी है कि कॉलिंग के लिए किया गया बदलाव आज से लागू हो जाएगा। ये बदलाव सभी टॉप-अप वाउचर्स के लिए वेलिड है। साथ ही कंपनी 6 पैसा प्रति मिनट का कॉलिंग चार्ज तब तक लेगी जब तक कि TRAI जीरो टर्मिनेशन चार्ज व्यवस्था लागू नहीं कर देगी। जो कि 1 जनवरी 2020 को लागू हो सकती है। कंपनी की इस घोषणा के बाद अब Reliance Jio से Bharti Airtel, Vodafone, Idea, BSNL व अन्य नेटवर्क पर कॉल करने के लिए आपको चार्ज देना पड़ेगा। 

Reliance Jio ने प्रेस रिलीज 

इंटरकनेक्ट यूसेज चार्ज या IUC एक मोबाइल टेलिकॉम ऑपरेटर द्वारा दूसरे को भुगतान की जाने वाली रकम है। जब एक टेलीकॉम ऑपरेटर के ग्राहक दूसरे ऑपरेटर के ग्राहकों को आउटगोइंग मोबाइल कॉल करते हैं तब  IUC का भुगतान कॉल करने वाले ऑपरेटर को करना पड़ता है। दो अलग-अलग नेटवर्क के बीच ये कॉल मोबाइल ऑफ-नेट कॉल के रूप में जानी जाती हैं। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) द्वारा IUC शुल्क निर्धारित किए जाते हैं और वर्तमान में यह 6 पैसे प्रति मिनट हैं। ट्राई ने 2011 से बार-बार यह कहा है कि IUC शुल्क शून्य किया जाना चाहिए

ट्राई के रुख और पहले से ही IUC को शून्य तक कम करने वाले नियमों में किए गए संशोधन के आधार पर, Jio ने अपने ग्राहकों को मुफ्त वॉयस कॉल की सुविधा देने के लिए Airtel और Vodafone-Idea आदि को अपने स्वयं के संसाधनों से IUC का भुगतान जारी रखा। अब तक, पिछले तीन वर्षों में Jio ने अन्य ऑपरेटरों को IUC शुल्क के रूप में लगभग 1,3,500 करोड़ रुपये का भुगतान किया है।

दुर्भाग्य से, 2017 में उपरोक्त आदेश के बाद, पुराने ऑपरेटरों ने अपने 4 जी ग्राहकों के लिए तो वॉयस टैरिफ कम कर दिया पर उन्होंने अपने 35-40 करोड़ 2 जी ग्राहकों के लिए मंहगे टैरिफ जारी रखे। असल में वॉयस कॉल के लिए टैरिफ बढ़ाकर लगभग रु 1.50  मिनट तक कर दिया गया। वे अपने 2 जी ग्राहकों से डेटा के लिए न्यूनतम 500 / जीबी तक का शुल्क वसूल करते हैं।

Jio नेटवर्क पर मुफ्त वॉयस कॉलिंग और 2G नेटवर्क पर अत्यधिक टैरिफ होने की वजह से Airtel और Vodafone-Idea के 35 - 40 करोड़ 2G ग्राहक, Jio ग्राहकों को मिस्ड कॉल देते हैं। Jio नेटवर्क पर रोजाना 25 से 30 करोड़ मिस्ड कॉल प्राप्त होते हैं। अब होता यह है कि जियो नेटवर्क पर मिस्ड कॉल होने से जियो ग्राहक वापस आउटगोइंग कॉलिंग करता है। अन्य नेटवर्क से जियो पर रोजाना होने वाले 25 से 30 करोड़ कॉलिंग (मिस्ड कॉल) से Jio को 65 से 75 करोड़ मिनट इनकमिंग ट्रैफिक मिलना चाहिए था। पर इसके बजाय, Jio ग्राहकों द्वारा किए गए कॉल बैक के परिणामस्वरूप 65 से 75 करोड़ मिनट तक आउटगोइंग ट्रैफ़िक हो जाता है। अगर मिस्ड कॉल की घटनाओं को निकाल दें तो Jio के लिए ऑफ-नेट वॉयस ट्रैफ़िक सतुंलन ठीक रहेगा। पर अन्य ऑपरेटरों द्वारा अपने 2 जी वॉयस टैरिफ को ऊंचा रखकर असंतुलित बनाया जा रहा है। 

मोबाइल ट्रैफिक विषमता का हवाला देते हुए हाल ही में ट्राई ने परामर्श पत्र जारी कर IUC पर बंद अध्याय को फिर से खोल दिया है। जिसे IUC रेगुलेशन में संशोधन करके 1 जनवरी 2020 से शून्य बना दिया जाना था। 2017 में IUC रेगुलेशन में संशोधन काफी विचार-विमर्श और परामर्श के बाद किया गया था। इस पृष्ठभूमि में परामर्श पत्र ने अनिश्चितता पैदा कर दी है और Jio को मजबूर कर दिया है कि अपनी अनिच्छा के बावजूद वह सभी ऑफ-नेट मोबाइल वॉयस कॉल के लिए 6 पैसे प्रति मिनट के इस नियामक शुल्क को वसूले खासकर तब तक जब तक IUC शुल्क मौजूद हैं। इसलिए, आज से Jio ग्राहकों द्वारा किए गए सभी रीचार्ज पर, अन्य मोबाइल ऑपरेटरों को किए गए कॉल पर IUC टॉप-अप वाउचर के माध्यम से 6 पैसा प्रति मिनट की मौजूदा IUC दर से चार्ज लिया जाएगा, जब तक कि TRAI जीरो टर्मिनेशन चार्ज व्यवस्था लागू नही करती। वर्तमान में यह तारीख 1 जनवरी 2020 है।

Jio अपने ग्राहकों को उच्चतम मूल्य देने की अपनी प्रतिबद्धता पर अडिग है। और निम्नलिखित पर कोई शुल्क नही होगा:

(A) सभी Jio से Jio कॉल;

(B) सभी इनकमिंग कॉल;

(c) Jio को लैंडलाइन कॉल; तथा

(d) व्हाट्सएप या फेसटाइम और इसी तरह के प्लेटफॉर्म का उपयोग करके की गई कॉल।

इसके अतिरिक्त, Reliance Retail के साथ मिलकर Jio यह सुनिश्चित करेगा कि उस 2G उपयोगकर्ता को JioPhone आवंटन में प्राथमिकता मिले, जिसे हमारा Jio उपभोक्ता अक्सर कॉल करता है।IUC टॉप-अप वाउचर की कीमत के बराबर Jio अतिरिक्त डेटा प्रदान करेगा। इस का अर्थ है कि ग्राहकों के लिए टैरिफ में कोई वृद्धि नहीं है।

निम्नलिखित टॉप-अप वाउचर ग्राहकों को उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप उपलब्ध होंगे:

Jio  फिर से अपने 35 करोड़ ग्राहकों को आश्वस्त करता है कि आउटगोइंग ऑफ-नेट मोबाइल कॉल पर 6 पैसा प्रति मिनट का शुल्क केवल तब तक जारी रहेगा जब तक TRAI अपने वर्तमान रेगुलेशन के अनुरूप IUC को समाप्त नहीं कर देता। हम TRAI के साथ सभी डेटा को साझा करेंगे ताकि वह समझ सके कि शून्य IUC उपभोक्ताओं के सर्वोत्तम हित में है। और भारी संख्या में मिस्ड कॉल ने कैसे असंतुलन पैदा किया  है। हमें उम्मीद है कि IUC शुल्क वर्तमान रेगुलेशन के अनुसार खत्म हो जाएगा और यह अस्थायी शुल्क 31 दिसंबर 2019 तक पूरी तरह समाप्त हो जाएगा इसके बाद उपभोक्ताओं को इस शुल्क का भुगतान नहीं करना पड़ेगा। इस बीच, उपभोक्ता IUC टॉप-अप वाउचर के बदले अतिरिक्त डेटा एंटाइटेलमेंट का आनंद लेना जारी रख सकते हैं ताकि 31 दिसंबर 2019 तक प्रभावी टैरिफ वृद्धि न हो।

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