KAIMUR : बिहार विधान परिषद के पूर्व सभापति प्रोफेसर अरुण कुमार का लम्बे समय से बीमार रहने के कारण कल निधन हो गया। निधन के बाद उनका शव आज पैतृक गांव मछहनटा पहुंचा। यहां कैमूर डीएम, एएसपी, और एसडीएम ने शव को सलामी दिया। राजकीय सम्मान के साथ शव को सलामी दे कर अंतिम संस्कार के लिए परिजन वाराणसी लेते गये। शव गांव में पहुंचते ही उनका दर्शन पाने के लिए ग्रामीणों का हुजूम उमड़ पड़ा।
दरअसल कैमूर जिले के दुर्गावती प्रखंड के मछनहटा गांव के बिहार विधान परिषद के पूर्व सभापति प्रोफेसर अरुण कुमार का कल देर रात 90 वर्ष की उम्र में बीमारी के कारण पटना आवास पर निधन हो गया था। इनका जन्म मछनहटा गांव में 2 जनवरी 1921 को हुआ था। स्नातकोत्तर तक की उन्होंने शिक्षा हासिल किया था। 5 जुलाई 1984 से 3 अक्टूबर 1986 तक विधान परिषद के सभापति रहे,और नीतीश सरकार में भी उन्होंने 16 अप्रैल 2006 से 4 अगस्त 2009 तक बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति रहे हैं। प्रोफेसर अरुण कुमार को उत्कृष्ट संसदीय कार्यों के लिए वर्ष 1996 में राजीव रंजन पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था ।
जिलाधिकारी नवदीप शुक्ला ने बताया बिहार विधान परिषद के पूर्व सभापति प्रोफेसर अरुण कुमार का निधन हो गया है। जिसको लेकर राजकीय सम्मान के साथ आज विदाई दी जा रही है। अंतिम संस्कार परिजनों की इच्छानुसार वाराणसी में होगा ।
कैमूर से देवब्रत की रिपोर्ट