DESK: बिहार में पंचायत चुनाव की प्रक्रिया जारी है। अब तक चार चरण के चुनाव हो चुके हैं और उसके नतीजे भी जारी किए जा चुके हैं। आज, यानी कि मंगलवार को पांचवें चरण की मतगणना की जा रही है। इस बार कई चौंकाने वाले उलटफेर देखने को मिले हैं। पांचवें चरण की मतगणना में कई जगह सीटिंग मुखिया सहित अनेक निवर्तमान जनप्रतिनिधि हार गए हैं।
गोपालगंज में हो गया खेल!
गोपालगंज में भी जेडीयू विधायक अमरेंद्र पांडेय के भतीजे मुकेश पांडेय जिला परिषद का चुनाव हार गए हैं।मुकेश पांडे गोपालगंज जिला परिषद के चेयरमैन भी थे। अभी वह जेपी यादव ट्रिपल मर्डर केस में जेल में बंद हैं। उन्हें जेपी यादव की भाभी माधुरी देवी से 904 वोटों से शिकस्त मिली है। अधिकारियों ने इसकी पुष्टि भी कर दी है। वहीं चुनाव नतीजों के बाद पप्पू पांडे और मुकेश पांडे के समर्थकों में मायूसी है।
ननद-भाभी के बीच थी सीधी टक्कर
हथुआ के चैनपुर पंचायत से बीजेपी के दिवंगत नेता कृष्णा शाही की बहन बबीता शाही चुनाव जीत गई हैं। मुखिया प्रत्याशी के लिए कृष्णा शाही की पत्नी शांता शाही अपनी ननद बबिता शाही से 200 वोट से चुनाव हार गईं। हथुआ प्रखंड के ही सिंगाहा पंचायत से अजय मिश्रा चुनाव जीते हैं। इसी प्रखंड के सेमरा पंचायत से जेल में बंद कुख्यात गुड्डू राय की पत्नी पूजा राय मुखिया बनी हैं।
जदयू जिलाध्यक्ष को मिली पराजय
हथुआ जिला परिषद क्षेत्र संख्या 17 से हसमुद्दीन चुनाव जीते हैं। वहीं जिला परिषद क्षेत्र संख्या 16 से राम दर्शन प्रसाद उर्फ मुन्ना किन्नर तीसरी बार जिला परिषद का चुनाव जीते हैं। उन्होंने जदयू के जिला अध्यक्ष संजय चौहान को दूसरी बार हराया। प्रत्याशियों के जीत की घोषणा होते ही समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई।